संप्रग की प्रमुख घटक तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर कांग्रेस नीत सरकार के एक फैसले का विरोध कर रही है. पार्टी वरिष्ठ कांग्रेस नेता शंकरसिंह वाघेला को कैबिनेट मंत्री के दर्जा के साथ भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) का अध्यक्ष बनाने का विरोध कर रही है.
तृणमूल नेता और पर्यटन राज्य मंत्री सुल्तान अहमद ने कहा, ‘वाघेला को कैबिनेट मंत्री के दर्जा के साथ आईटीडीसी का अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध करते हुए मैंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक पत्र लिखा है.’
आईटीडीसी पर्यटक मंत्रालय के तहत आता है. कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने वाघेला को कैबिनेट रैंक के साथ आईटीडीसी का अंशकालिक अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के प्रस्ताव को 31 मई को मंजूरी दी.
इस फैसले का विरोध करते हुए सुल्तान अहमद ने कहा कि परस्पर विरोधाभासी स्थिति है. एक ओर सरकार मितव्ययिता की घोषणा कर रही है वहीं दूसरी ओर उसे कैबिनेट का पद सृजित किया है.
उन्होंने कहा, ‘जब पहले ही एक कैबिनेट पर्यटन मंत्री (सुबोध कांत सहाय) और एक राज्य मंत्री हैं, तो दूसरे की क्या आवश्यकता है.’
अहमद ने कहा, ‘इस विषय पर चर्चा तक नहीं की गयी और न ही सरकार ने मुझे इस नियुक्ति के बारे में कोई जानकारी दी. इसके पहले आईटीडीसी के शीर्ष पद पर कभी राजनीतिक नियुक्ति नहीं की गयी. यह पहला मौका होगा जब कोई राजनीतिक व्यक्ति आईटीडीसी के प्रमुख होंगे.’
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, पेंशन फंड सुधार और एनसीटीसी की स्थापना जैसे मुद्दों पर गतिरोध सामने आता रहा है.