ग्रेटर मैनचेस्टर में भारतीय छात्र अनुज बिदवे की हत्या करने वाले को आजीवन कारावास की सजा दी गई है. मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट में करीब पांच सप्ताह तक चली मामले की सुनवाई में 21 वर्षीय कियारन स्टैपलटन को गुरुवार को हत्या का दोषी पाया गया.
स्टैपलटन ने वर्ष 2011 में मैनचेस्टर में दोस्तों के साथ घूमने निकले लैंकास्टर यूनिवर्सिटी के 23 वर्षीय छात्र अनुज की हत्या कर दी थी. स्टैपलटन को इस मामले में कम से कम 30 वर्ष कैद की सजा भुगतनी होगी.
न्यायमूर्ति किंग ने कहा कि उसके बाद (30 वर्ष बाद) ही तुम्हें रिहा किया जा सकता है, वह भी यह समझने के बाद कि तुम्हारी वजह से लोगों को कोई खतरा नहीं होगा. न्यायमूर्ति ने कहा कि स्टैपलटन ने 'पूरी तरह घृणित काम' किया और यह 'बहुत खतरनाक व्यक्ति' है, जो दूसरे लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिस वक्त फैसला सुनाया गया, स्टैपलटन के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे.
न्यायालय का फैसला आने के बाद बिदवे के पिता सुभाष ने कहा कि स्टैपलटन ने 'मेरे बेटे की स्मृति पर भी अट्टाहास किया था. उनका बेटा ब्रिटेन के लैनकास्टर यूनिवर्सिटी में पढ़ने आया था. पिछले साल क्रिसमस पर वह दोस्तों के साथ मैनचेस्टर घूमने गया था, जब उसकी हत्या कर दी गई थी.