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बिदवे हत्या मामले में ब्रिटिश युवक दोषी करार

ब्रिटेन में भारतीय छात्र अनुज बिदवे की हत्या के मामले में इंसाफ की बाट जोह रहे इस भारतीय युवक के परिवार के लिए दिन का सुकून वाला रहा. मैनचेस्टर की अदालत ने बिदवे की हत्या करने वाले ‘साइको’ ब्रिटिश युवक किआरन स्टाप्लेटन को दोषी करार दिया.

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ब्रिटेन में भारतीय छात्र अनुज बिदवे की हत्या के मामले में इंसाफ की बाट जोह रहे इस भारतीय युवक के परिवार के लिए दिन का सुकून वाला रहा. मैनचेस्टर की अदालत ने बिदवे की हत्या करने वाले ‘साइको’ ब्रिटिश युवक किआरन स्टाप्लेटन को दोषी करार दिया.

पिछले वर्ष 26 दिसम्बर को स्टेपलेटन ने 23 साल के बिदवे की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अदालत में सुनवाई के दौरान इस ब्रिटिश युवक ने खुद को ‘साइको’ करार दिया था.

गोली मारकर बिदवे की हत्या के बाद मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं होने के बारे में सबूत पेश करते हुए स्टाप्लेटन ने मारने के आरोप को स्वीकार किया लेकिन हत्या करने के नहीं.

अदालत ने स्टाप्लेटन की याचिका को स्वीकार नहीं किया और उसके खिलाफ सुनवाई हुई जिसमें अदालत ने उसका साक्षात्कार करने और उसका विश्लेषण करने वाले मनोवैज्ञानिक के सबूतों को सुना. स्टाप्लेटन के खिलाफ चली सुनवाई में बिदवे के माता-पिता ने भी भाग लिया. दोनों पुणे से यहां आए हैं.

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अदालत की ओर से फैसला सुनाए जाने के साथ ही बिदवे की मां योगिनी के आंखों से आंसू छलक आए और पिता सुभाष अपने चेहरे पर हाथ रख लिया, मानो उन्हें बड़ा सुकून मिला हो. स्टाप्लेटन को शुक्रवार को सजा सुनाई जाएगी.

भारतीय छात्र बिदवे यहां लैंसेस्टर विश्वविद्यालय में माइक्रो-इलेक्ट्रानिक्स का छात्र था. उसकी हत्या पिछले साल 26 दिसंबर को सैलफोर्ड के ओर्डसाल लेन में की गई थी. यह मामला ब्रिटेन और भारत में काफी सुखिर्यों में रहा था. इस घटना के बाद ब्रिटेन में विदेशी छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे थे, हालांकि ब्रिटेन के शीर्ष अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि यह देश सभी के लिए सुरक्षित है.

मामले में ब्रिटिश युवक को दोषी करार दिए जाने के बाद यहां लेबर पार्टी के वरिष्ठ सांसद कीथ वाज ने कहा कि मामले में इंसाफ हुआ है. दुख की घड़ी में बिदवे परिवार ने बड़ी गरिमा का परिचय दिया. मैं उम्मीद करता हूं कि वे अपनी जिदंगी को फिर से संवारेंगे.

अदालत के फैसले के बाद बिदवे के माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा सितंबर, 2011 में ब्रिटेन आया था और अपने परिवार की उम्मीदों और सपनों को भी अपने साथ लाया था.

दोनों ने एक बयान में कहा कि हमारा बेटा अनुज बेहद सहृदय व्यक्ति था. वह गलत और सही के बीच का अंतर जानता था. बिदवे के परिवार ने गेट्रर मैनचेस्टर पुलिस और भारतीय उच्चायोग, अभियोजन सेवा, साक्ष्य सेवा और सुनवाई में शामिल लोगों का आभार व्यक्त किया.

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