ऑस्ट्रेलिया ने भले ही चार टेस्ट मैचों श्रृंखला में अजेय बढ़त बनाई हुई हो लेकिन कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि उनकी टीम भारत के खिलाफ अगर 4-0 से वाइटवाश का परिणाम हासिल नहीं कर पायी तो यह निराशाजनक होगा.
ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले ही इस श्रृंखला में 3-0 से अजेय बढ़त बना चुकी है और दोनों टीमें अब 24 जनवरी से एडिलेड ओवल में शुरू होने वाले अंतिम टेस्ट में एक दूसरे के सामने होंगी.
क्लार्क ने ‘द टेलीग्राफ’ में अपने कालम में लिखा, ‘हम भारत के खिलाफ अंतिम टेस्ट में सिर्फ एक चीज के बारे में सोच रहे हैं..वाइटवाश. इस मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ अगर हम 4-0 से जीत दर्ज नहीं कर पाये तो यह हम सभी के लिये निराशाजनक होगा.’ आस्ट्रेलियाई कप्तान ने स्वीकार किया कि पर्थ में ही श्रृंखला पर कब्जा करना संतोषजनक था विशेषकर ऐसी टीम के खिलाफ जो दुनिया की दूसरी नंबर की रैंकिंग पर काबिज हो.
उन्होंने लिखा, ‘पर्थ में श्रृंखला अपने नाम करना संतोषजनक था. (श्रृंखला शुरू होने से पहले) दुनिया की दूसरी नंबर की टीम के खिलाफ यह शानदार उपलब्धि थी.’
क्लार्क को लगता है कि अभी उनकी टीम का काम पूरा नहीं हुआ है और वह और उनकी टीम के खिलाड़ी श्रृंखला 4-0 से जीतने में कोई चूक नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा, ‘सभी खिलाड़ी इस पर गर्व महसूस करते हैं. लेकिन अभी काम खत्म नहीं हुआ है. करीब एक महीने पहले होबार्ट में न्यूजीलैंड से मिली निराशाजनक हार के बाद हमने अच्छा प्रदर्शन किया है और अब हम दोबारा लड़खड़ाना नहीं चाहते हैं.’
कप्तान को लगता है कि एडिलेड में भारत का सामना करना ‘कठिन’ होगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे एडिलेड टेस्ट के सबसे कठिन होने की उम्मीद है. एडिलेड ओवल आमतौर पर बल्लेबाजी विकेट है और इस पर देश की अन्य पिचों को देखते हुए उछाल की कमी है. सच कहूं तो यह भारत की घरेलू परिस्थितियों के मुफीद है जिससे हमारे गेंदबाजों को काफी कठिनाई होगी.’ क्लार्क ने अपने कालम में यह भी लिखा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इस स्टेडियम में 1999-00 श्रृंखला के बाद से भारत को नहीं हरा सकी है.