रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने सेना प्रमुख द्वारा लगाए गए आरोपों की सीबीआई से जांच कराने के आदेश दे दिए. सेना प्रमुख ने आरोप लगाया है कि उन्हें 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की गई थी.
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में वीके सिंह ने अंग्रेजी समाचार पत्र के साथ एक साक्षात्कार में कहा है कि एक लॉबिस्ट ने उन्हें 600 घटिया किस्म के वाहनों की एक खेप की खरीदी की मंजूरी देने के लिए 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की थी.
जनरल वी के सिंह के रक्षा सौदे में उन्हें रिश्वत की पेशकश संबंधी बयान पर विपक्ष के भारी हंगामे के चलते राज्यसभा की बैठक सोमवार को शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बाहर बजे तक के लिए स्थगित हो गई.
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति हामिद अंसारी ने जब प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान किया तो भाजपा के प्रकाश जावड़ेकर ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने एक रक्षा सौदे को मंजूरी दिए जाने के एवज में उन्हें 14 करोड़ रूपये की रिश्वत की पेशकश की बात एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कही है. इस बयान को लेकर उनकी पार्टी ने प्रश्नकाल स्थगित करने के लिए एक नोटिस दिया है. उन्होंने कहा कि जनरल सिंह का बयान बहुत गंभीर है और इस पर रक्षा मंत्री को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
उनकी पार्टी के अन्य सदस्यों तथा शिवसेना, अन्नाद्रमुक, बीजद, जदयू एवं वामदलों ने उनका समर्थन किया. इसी बीच कुछ सदस्यों ने अखबार की प्रतियां सदन में दिखाइ’ जिनमें जनरल सिंह का कथित साक्षात्कार प्रकाशित हुआ है. सभापति ने सदस्यों से सदन में अखबार न दिखाने और प्रश्नकाल चलने देने के लिए कहा.
भाजपा के एस एस अहलूवालिया ने कहा कि देश की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता और सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. जदयू के शिवानंद तिवारी ने कहा कि सेना प्रमुख से पूछा जाना चाहिए कि अगर उन्हें रिश्वत की पेशकश की गई थी तो उन्होंने पुलिस को सूचित क्यों नहीं किया.
सभापति ने सदस्यों से बार बार शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने के लिए कहा लेकिन हंगामा थमते न देख उन्होंने 11 बज कर करीब दस मिनट पर बैठक दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी.