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सेनाध्यक्ष बिक्रम सिंह ने पलटा जनरल वी के सिंह का निर्णय

सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने अपने पूर्ववर्ती जनरल वी के सिंह के निर्णय को पलटते हुए लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग की पदोन्नति पर लगा प्रतिबंध हटाते हुए पूर्वी सैन्य कमान के कमांडर के रूप में उनकी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर दिया है.

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बिक्रम सिंह
बिक्रम सिंह

सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने अपने पूर्ववर्ती जनरल वी के सिंह के निर्णय को पलटते हुए लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग की पदोन्नति पर लगा प्रतिबंध हटाते हुए पूर्वी सैन्य कमान के कमांडर के रूप में उनकी नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर दिया है.

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जनरल वी के सिंह ने असम में असफल गुप्तचर अभियान के बाद तीसरी कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुहाग पर उनके तहत आने वाली गुप्तचर एवं निगरानी इकाई को संभालने में विफल रहने के लिए ‘जिम्मेदारी से बचने’ के आरोप में अनुशासनात्मक एवं सतर्कता प्रतिबंध लगा दिया था.

लेफ्टिनेंट जनरल सुहाग वर्ष 2014 में सेना का नेतृत्व कर सकते हैं.

सूत्रों ने यहां बताया कि लेफ्टिनेंट सुहाग पर से अनुशासनात्मक एवं सतर्कता प्रतिबंध हटाने का निर्णय सेना प्रमुख की ओर से किया गया और अब अधिकारी की पदोन्नति हो सकती है.

जनरल बिक्रम सिंह के सेना प्रमुख बनने के बाद पूर्वी कमान के कमांडर का पद रिक्त है. अनुशासनात्मक एवं सतर्कता प्रतिबंध लगने के बाद उनका पूर्वी कमान के कमांडर पद पर पदोन्नति पर रोक लग गई थी.

रक्षा मंत्रालय ने इस पदोन्नति को पहले ही मंजूरी दे दी है और पदोन्नति के लिए मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति इस पर विचार कर रही थी.

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जनरल वी के सिंह ने अधिकारी को गत 19 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और उसके बाद उन पर अनुशासनात्मक एवं सतर्कता प्रतिबंध लगा दिया था.

लेफ्टिनेंट जनरल सुहाग ने 31 मई को अपना जवाब दायर किया. उसी दिन जनरल वी के सिंह सेवानिवृत्त हो गए और नये सेना प्रमुख ने कार्यभार ग्रहण कर लिया.

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