पाकिस्तान में अपनी सभाओं में भारी भीड़ जुटाने वाले क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान ने भारत के साथ ‘अच्छे संबंध’ का संकल्प लेते हुए घोषणा की है कि देश में ‘सेना के दिन समाप्त हो गए हैं.’
खान ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) सम्मेलन के इतर कहा, ‘मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि पाकिस्तान में लोकतंत्र की शुरुआत होने वाली है. आप केवल चुनाव तक इंतजार करिये. पाकिस्तान में सही मायने में लोकतंत्र का समय आ चुका है.’ उन्होंने शुक्रवार रात कहा, ‘सेना के दिन समाप्त हो गए हैं. आप पाकिस्तान में सही मायने में लोकतंत्र देंखेंगे.’ खान भारत की ओर से आयोजित स्वागत कार्यक्रम में शामिल हुए.
उन्हें अपनी राजनीतिक सफर में जमात उद दावा जैसे प्रतिबंधित संगठनों को साथ लेने में कुछ गलत नहीं लगा. मुम्बई में हुए आतंकवादी हमले में लश्करे तैयबा के मुखौटे के रूप में काम करने वाले ऐसे आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध को लेकर पूछे जाने पर खान ने अफगानिस्तान में सोवियत संघ के कब्जे के समय तालिबान को अमेरिका से मिलने वाले समर्थन की ओर से ध्यान आकृष्ट किया.
उन्होंने कहा, ‘विभिन्न समूह के लोगों को मुख्यधारा में साथ लेने के उद्देश्य से उन्हें साथ लेना गलत है? आपको यह समझना चाहिए कि राजनीति में आपको तरह तरह के लोगों से बात करनी होती है. यदि मैं उन्हें (आतंकवादियों) मुख्यधारा में लाने के लिए बात करता हूं कि तो उसमें कुछ भी गलत नहीं है.’ खान ने कहा, ‘मैं आपको भारत के साथ सबसे अच्छे संबंधों का भरोसा दिलाता हूं और ये चीजें कभी भी इसमें आड़े नहीं आएंगी.’