जेल में बंद माफिया डॉन अरुण गवली की पार्टी अखिल भारतीय सेना (एबीएस) 227 सीटों वाले बृहन्मुम्बई नगर निगम (बीएमसी) के चुनाव में 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. मतदान 16 फवरी को होगा.
पिछले तीन साल से जेल में बंद गवली को पिछले हफ्ते रिहा किया जाना था, लेकिन राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव दो चरणों में सात और 16 फरवरी को होने के कारण अधिकारियों ने अपना फैसला वापस ले लिया.
गवली की गैरमौजूदगी में उसके तमाम कार्यो को देख रही उसकी बेटी एवं पार्टी की महासचिव गीता गवली ने कहा कि एबीएस ने 25 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है. इन वार्डों में से अधिकांश दक्षिण-मध्य मुम्बई में हैं, जहां गवली के अधिक समर्थक हैं.
यह जिक्र करते हुए कि शिव सेना से प्रतिस्पर्धा के कारण कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के गढ़ में एबीसी अपने प्रत्याशियों को उतारने जा रही है, गीता ने कहा, 'कुछ राजनीतिक गलियारों में फैले अफवाह के विपरीत हम किसी राजनीतिक दल या संगठन को निशाना नहीं बना रहे हैं, बल्कि हमारा लक्ष्य लोगों का समर्थन हासिल करना है.'
उल्लेखनीय है कि पिछली बार के बीएमसी चुनाव में एबीएसी ने दो सीटें जीती थी. एक सीट पर गीता और दूसरी पर उनकी चाची वंदना गवली (अरुण गवली की भाभी) विजयी हुई थीं. पार्टी के अन्य प्रत्याशी चुनाव हार गए थे.