प्रसिद्ध पार्श्वगायिका आशा भोंसले के एकल गायन की स्टूडियो में सर्वाधिक रिकार्डिग होने के कारण उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कर लिया गया.
वीडियोः 78 साल की हुईं सुर सम्राज्ञी आशा भोंसले
एक रिपोर्ट के अनुसार 78 वर्षीय आशा ने 11,000 गाने रिकार्ड कराए हैं जिनमें एकल, युगल तथा समूह गान शामिल हैं. उन्होंने वर्ष 1947 से लेकर अब तक 20 भारतीय भाषाओं के गीतों को अपना स्वर दिया है.
एक बयान में कहा गया है कि आशा ने कई सदाबहार गीत गाए हैं, जैसे 'दम मारो दम', 'पिया तू अब तो आ जा', 'चुरा लिया है तुमने जो दिल को'. उन्हें लंदन में हुए एशियाई पुरस्कार अर्पण समारोह में गिनीज सम्मान प्रदान किया गया.
पढ़ें: आखिरी सांस तक गाना चाहती हैं आशा भोंसले
उन्होंने गिनीज सम्मान पाने में मदद के लिए संगीत शोधकर्ता विश्वास नेरुरकर को धन्यवाद दिया.
आशा ने अपने प्रशंसकों को संदेश भी दिया है. अपने संदेश में उन्होंने कहा, ‘मैं अपने चाहने वालों को कहना चाहूंगी कि आपका प्यार मेरे लिए इसी तरह से बरकरार रहे और जिस तरह आपने मेरे गानों को प्यार किया है उसी तरह मेरे अभिनय (हिंदी फिल्म 'माई') को भी आपका प्यार और आशीर्वाद मिले.’
आशा भोंसले ने कहा, लता दीदी से मिला कैमरा का सामना करने का हौसला
उल्लेखनीय है कि बड़े पर्दे पर उनके अभिनय वाली पहली फिल्म 'माई' पूरी हो गई है और जल्द रिलीज होने वाली है. इस फिल्म का निर्देशन महेश कोडियाल ने किया है. पद्मिनी कोल्हापुरे ने इस फिल्म में आशा की बेटी का किरदार निभाया है.