एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट का 11वां सत्र रविवार से मीरपुर में शुरू होगा जिसमें भारतीय टीम आस्ट्रेलिया में अपने लचर प्रदर्शन को भुलाकर आत्मविश्वास, गौरव और लोकप्रियता हासिल करने की उम्मीद के साथ उतरेगी.
मेजबान बांग्लादेश की टीम चार देशों के टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में पाकिस्तान से भिड़ेगी जो 22 मार्च को समाप्त होगा.
बांग्लादेश ने पिछले साल चार एक दिवसीय श्रृंखलाएं खेली और उसे इसमें से एक में भी सफलता नहीं मिली. उसे जिम्बाब्वे के खिलाफ उसकी सरजमीं पर हुई पांच मैचों की श्रृंखला में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा. उन्हें घरेलू सरजमीं पर आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान से भी 0-3 तथा वेस्टइंडीज से 1-2 से पराजय मिली.
मेजबान टीम टूर्नामेंट से पहले विवादों में घिरी हुई है क्योंकि युवा विकेटकीपर बल्लेबाज मुश्फिकर रहीम ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों को किये गये भुगतान पर चिंता व्यक्त की और 24 घंटे के इंतजार के बाद ही उन्हें टीम का कप्तान चुना गया.
सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल को बोर्ड प्रमुख ने बाहर कर दिया और फिर उनसे फिटनेस साबित करने के लिये कहा गया जबकि उन्हें दो दिन पहले टीम डाक्टर द्वारा फिट करार किया गया था. इसके बाद उन्हें फिर से टीम में चुन लिया गया.
इस बीच बांग्लादेश के मुख्य चयनकर्ता और तमीम के चाचा अकरम खान ने बोर्ड अध्यक्ष के हस्तक्षेप करने पर पद छोड़ दिया. हालांकि इस युवा टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि बांग्लादेश अगर फार्म में हो तो वह कुछ भी कर सकता है और विश्व क्रिकेट की अन्य तीन प्रतिष्ठित टीमें इसे देखते हुए आत्ममुग्ध नहीं हो सकतीं.
वहीं पाकिस्तानी टीम नये कोच डेव वाटमोर के साथ अपने अभियान की शुरूआत जीत से करना चाहेगी. यह वाटमोर का टीम के साथ पहला दौरा होगा और वह भी पहले ही दौरे में प्रभाव डालने की उम्मीद करेंगे.
पाकिस्तान के लिये पिछला साल मिश्रित परिणामों वाला रहा जिसमें उसने वेस्इंडीज को 3-2 से, जिम्बाब्वे और बांग्लादेश को 3-0 से तथा श्रीलंका को 4-1 से परास्त किया. उन्हें पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात में इंग्लैंड से हालांकि 0-4 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी.
जब पिछले साल दिसंबर में उन्होंने बांग्लादेश का दौरा किया था तो उन्होंने सभी तीनों मैचों में मेजबान टीम को आसानी से परास्त कर दिया था जिसमें दो शेरे बांग्ला स्टेडियम में ही हुए थे.
भारतीय टीम 13 मार्च को अपने अभियान की शुरूआत करेगी और आस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला के निराशानजक परिणाम की भरपायी करने की कोशिश करेगी जिसमें उन्होंने आठ में से केवल तीन मैच अपने नाम किये.
भारत ने आस्ट्रेलिया में खेलने वाली टीम में महज कुछ ही बदलाव किये हैं और यूसुफ पठान तथा तेज गेंदबाज अशोक डिंडा को टीम में शामिल किया गया है जबकि वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और उमेश यादव को चोटों के कारण आराम दिया गया है.
टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर के रिकार्ड 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक का इंतजार भी खत्म हो सकता है. यह चैम्पियन बल्लेबाज आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और त्रिकोणीय श्रृंखला में यह उपलब्धि हासिल नहीं कर पाया था.
श्रीलंकाई टीम इस साल काफी अच्छा खेल रही है. इस साल के शुरू में वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में 2-3 से हार गये और हाल में आस्ट्रेलिया में समाप्त हुई त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में पहुंचे थे.
वर्ष 1984 में पहली बार आयोजित हुए एशिया कप में अब तक भारत ने पांच बार खिताब जीता है. श्रीलंका ने चार जबकि पाकिस्तान ने केवल एक बार ट्राफी हासिल की है.
टीमें इस प्रकार हैं:
बांग्लादेश: मुश्फिकर रहीम (कप्तान, विकेटकीपर), अब्दुर रज्जाक, इनामुल हक, इलियास सन्नी, इमरूल कायेस, जाहुरूल इस्लाम, महमूदुल्लाह, मशरफी मुर्तजा, नासिर हुसैन, नजीमुद्दीन, नजमुल हुसैन, शफियुल इस्लाम, शहादत हुसैन, शकिब अल हसन, तमीम इकबाल .
पाकिस्तान: मिस्बाह उल हक (कप्तान), अब्दुर रहमान, एजाज चीमा, असद शफीक, अजहर अली, हम्माद आजम, मोहम्मद हफीज, नासिर जमशेद, सईद अजमल, सरफराज अहमद :विकेटकीपर:, शाहिद अफरीदी, उमर अकमल, उमर गुल, वहाब रियाज, यूनिस खान.
मैच भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे शुरू होगा.