आरटीआई कार्यकर्ता और टीम अन्ना के सदस्य अखिल गोगोई पर हमले के सिलसिले में कांग्रेस के एक पार्षद को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, हमले में कथित तौर पर शामिल पांच अन्य की तलाश की जा रही है.
इस बीच, इस घटना के विरोध में नलबाड़ी जिले में आहूत बंद के कारण शनिवार को इलाके में सामान्य जनजीवन बाधित हुआ है.
कांग्रेस पाषर्द तपन बर्मन को बीती रात गिरफ्तार किया गया जबकि गोगोई पर हमले में कथित तौर पर शामिल पांच अन्य लोगों की तलाश जारी है. यह हमला उस वक्त किया गया था जब गोगोई कल पुरनी गांव में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन कर रहे थे.
बांस की लाठी और तेजधार वाले हथियारों से किए गए हमले में गोगोई के चेहरे और कमर में चोट आई थी. हमले के बाद गोगोई किसी तरह नलबाड़ी सदर थाना पहुंचे थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि धरमपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कृषि मंत्री नीलमणि सेन डेका का इस घटना के पीछे हाथ है और उनपर हमले में मंत्री के समर्थक शामिल थे.
गोगोई का नलबाड़ी स्वाहिद मुकुंद काकाती सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा था और उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया है. गोगोई ने पांच अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होने तक नलबाड़ी छोड़ने से इंकार कर दिया है.
इस घटना के विरोध में आहूत नलबाड़ी जिला बंद का नलबाड़ी शहर में सामान्य जनजीवन पर प्रभाव पड़ा है लेकिन जिले के अन्य इलाकों में प्रभाव नहीं है.
जिला मुख्यालय शहर नलबाड़ी में दुकान और व्यापारिक प्रतिष्ठान और बैंक तथा शैक्षणिक संस्थान बंद रहे लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात पर बंद का कोई असर नहीं था. गोगोई कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के भी महासचिव हैं. पुलिस ने बताया कि गोगोई ने आरोप लगाया कि रातुल अली, खलीलुर रहमान, भुवन डेका और राजू बर्मन उनपर हमले के लिए जिम्मेदार हैं.
उन्होंने पहले ही कांग्रेस नेता और धरमापुर युवक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रातुल पटवारी और पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावरों ने गोगोई के साथ पुरनी गए एक पत्रकार के दो कैमरे छीन लिए.
केएमएसएस ने पुलिस की भूमिका की भी आलोचना की और उसपर निष्क्रियता का आरोप लगाया. उन्होंने मांग की कि अपराधियों के खिलाफ 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की जानी चाहिए.
पुलिस ने दावा किया कि गोगोई बगैर उन्हें सूचित किए गांव गए थे, जिसकी वजह से यह घटना हुई.