निचले असम के कोकराझार जिले से हिंसा चिरांग जिले तक फैल गई है. दो लोगों की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे बोडो एवं अल्पसंख्यक प्रवासियों के बीच संघर्ष में मरने वालों की कुल संख्या 14 हो गई है.
पुलिस ने कहा कि अज्ञात अपराधियों ने चिरांग के बिजनी शहर के मंगोलियन बाजार में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. जिले में एक वाहन में भी आग लगा दी गई.
भीड़ के हमले में डीआईजी स्तर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और तीन अन्य घायल हो गए जिसके बाद पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी जबकि बोडो और प्रवासियों के बीच पिछले दो दिनों से चल रहे संघर्ष में मरने वालों की संख्या 12 हो गई है.
आईजीपी (बीटीएडी) एस. एन. सिंह ने कहा कि डीआईजी एस. कुमार और कोकराझार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमर चौधरी फकीरग्राम इलाके में स्थिति का जायजा लेने जा रहे थे. तभी उनके काफिले को भीड़ ने रोक लिया और दस लोगों को रिहा करने की मांग करने लगे. इन दस लोगों को पूर्व बोडो लिबरेशन टाइगर्स (बीएलटी) के चार कैडरों की हत्या करने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस अधिकारियों ने भीड़ से हटने का आग्रह किया लेकिन उन लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. कुमार के सिर पर पत्थर लगा जबकि उनके दो सुरक्षा अधिकारी भी घायल हो गए. सिंह ने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया और अंतत: भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं जिसमें एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. भीड़ ने डीआईजी एवं एएसपी के वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों के संघर्ष में तीन और शवों की बरामदगी से मरने वालों की संख्या 12 हो गई. गौरंगा नदी के किनारे से बरामद शवों में एक महिला और उसके बच्चे का शव है जबकि तीसरा शव काठलबाड़ी इलाके से बरामद हुआ.
कोकराझार के उपायुक्त डोनाल्ड गिलफेलॉन ने कहा कि शाम छह बजे से कल सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है, जबकि अगले आदेश तक पूरे इलाके में धारा 144 लागू है.