असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक (बीटीएडी) में हिंसा तथा आगजनी की ताजा खबरों के बीच दो और शव बरामद होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 19 हो गयी है. पुलिस ने बताया कि दोनों शव सुबह गौरांग नदी के किनारे बरामद किए गए.
उधर आईजीपी (बीटीएडी) एसएन सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस को कोकराझार और गोसाइगांव के बीच प्रतापखत में रोक लिया. उनका आरोप था कि जब वे राहत शिविरों में थे, उस दौरान शरारती तत्वों ने उनके घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. बाद में ट्रेन अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गयी.
सिंह ने कहा कि कोकराझार में कई स्थानों पर आगजनी की ताजा खबरें मिली हैं. उन्होंने बताया कि अतिरिक्त बल उन क्षेत्रों में भेजे गए हैं और स्थिति धीरे धीरे सामान्य होने लगी है.
धुबरी जिले के विद्यापाड़ा में बोडो छात्रों के एक खाली छात्रावास में आग लगा दी गयी. पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रदीप सलोई ने कहा कि बीटीएडी में हुए हमलों के विरोध में आल असम माइनारिटी स्टूडेंट्स यूनियन (आमसू) ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था. बंद समर्थकों ने धुबरी जिले के गोलोकगंज और गौरीपुर में जबरन दुकानों को बंद कराने का प्रयास और पुलिस ने हवा में गोलियां चलायीं.
झड़पों में सात लोग घायल हो गए. बंद समर्थकों ने गौरीपुर कस्बे में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के कार्यालय में भी तोड़फोड़ किया. बाद में मंत्रियों की अपील के बाद आमसू ने बंद का आह्वान वापस ले लिया.
सिंह ने बताया कि अर्धसैनिक बल की नौ अतिरिक्त कंपनियां जिले में तैनात की गयी हैं वहीं सेना कानून व्यवस्था बहाल करने में सहायता दे रही है.
असम के वन मंत्री रॉकीबुल हुसैन और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री नजरूल इस्लाम कोकराझार पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने तथा अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की.