ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम क्षणों में विषम पलों से गुजरने के बावजूद त्रिकोणीय श्रृंखला में यहां श्रीलंका के खिलाफ रोमांचक मैच में अपने कम स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव किया और पांच रन की जीत दर्ज करके अपना विजय अभियान भी जारी रखा.
ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.1 ओवर में 231 रन ही बना पाया था. श्रीलंका सात विकेट 143 रन पर गंवा दिये थे लेकिन एंजेलो मैथ्यूज ने 64 रन की जांबाज पारी खेलकर आखिरी ओवर तक मैच को जीवंत बनाये रखा.
श्रीलंका को अंतिम ओवर में 18 रन की दरकार थी. मैथ्यूज ने मिशेल स्टार्क की पहली गेंद पर चौका और अगली गेंद पर छक्का जमाया लेकिन जब टीम को दो गेंद पर छह रन की दरकार थी तब हवा में लहराता उनका शाट सीमा रेखा पर खड़े डेनियल क्रिस्टियन के हाथों में समा गया. श्रीलंकाई टीम इस तरह से 49.5 ओवर में 226 रन पर आउट हुई.
ऑस्ट्रेलिया की त्रिकोणीय श्रृंखला में यह लगातार दूसरी जीत है जबकि श्रीलंका की दूसरी हार के कारण आगे की राह मुश्किल हो गयी है. टूर्नामेंट की तीसरी टीम भारत ने ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद श्रीलंका पर जीत दर्ज की थी.
श्रीलंकाई बल्लेबाजों को स्पिनर जेवियर डोहर्टी की गेंदों का सामना करने में परेशानी हुई जिन्होंने किफायती गेंदबाजी करते हुए दस ओवर में 24 रन देकर दो विकेट लिये. उनके क्रिस्टियन और स्टार्क को भी दो-दो विकेट मिले. थरंगा का विकेट जल्दी गंवाने के बाद दिलशान और संगकारा ने दूसरे विकेट के लिये 50 रन की साझेदारी की लेकिन इसके बाद श्रीलंका ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये जिससे उस पर दबाव बढ़ गया.
आलराउंडर मैथ्यूज ने जब क्रीज पर कदम रखा तब टीम का स्कोर पांच विकेट पर 119 रन था. लाहिरू तिरिमाने (3) को मैथ्यूज से पहले भेजने का फैसला सही नहीं रहा. चंदीमल और नुवान कुलशेखरा के भी जल्द आउट होने से जब स्कोर सात विकेट पर 143 रन था तो ऑस्ट्रेलिया की आसान जीत नजर आ रही थी लेकिन मैथ्यूज ने पहले सचित्रा सेनानायके (9) के साथ आठवें विकेट के लिये 32 और फिर धम्मिका प्रसाद (नाबाद 15) के साथ आखिरी विकेट के लिये 46 रन की साझेदारी निभाकर ऑस्ट्रेलियाई खेमे में खलबली मचा दी थी. मैथ्यूज ने 76 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया.