विमान ईंधन की कीमत में जबरदस्त बढ़ोतरी किए जाने के मद्देनजर भारतीय विमानन कंपनियां हवाई किराए बढ़ाने पर विचार कर रही हैं.
एक विमानन कंपनी के अधिकारी ने कहा कि हम विमान ईंधन की मूल्यवृद्धि का परिचालन लागत पर असर का अध्ययन कर रहे हैं. हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और जल्द ही निर्णय किया जा सकता है.
तेल विपणन कंपनियों ने शुक्रवार को विमान ईंधन के दाम 7.6 प्रतिशत तक बढ़ाकर 72,282 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए जो अब तक का सर्वोच्च स्तर है. जुलाई से लगातार यह चौथी मूल्यवृद्धि है.
यद्यपि अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों को राज्य स्तरीय करों के भुगतान से छूट मिली हुई है, फिर भी उन्हें वैश्विक औसत से करीब 16 प्रतिशत अधिक भुगतान करना पड़ता है. विमानन कंपनियां लंबे समय से विमान ईंधन का आयात करने की अनुमति मांग रही हैं.
सरकार ने पांच घरेलू विमानन कंपनियों को विमान ईंधन का आयात करने की अनुमति दी है जिनमें किंगफिशर एयरलाइंस, स्पाइसजेट, इंडिगो, गो एयरलाइंस और एयर इंडिया शामिल हैं.