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'राजनीतिक ईमानदारी' भी बरतें प्रधानमंत्री: रामदेव

सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे के साथ दिल्‍ली में अनशन कर रहे योगगुरु बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से राजनीतिक ईमानदारी बरतने की अपील की है.

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सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे के साथ दिल्‍ली में अनशन कर रहे योगगुरु बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से 'राजनीतिक ईमानदारी' बरतने की अपील की है.

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संसद मार्ग पर मौजूद हजारों आंदोलनकारियों की मौजूदगी में बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री व्‍यक्तिगत रूप से ईमानदार हैं, लेकिन देश उनसे राजनीतिक जीवन में भी ईमानदारी की उम्‍मीद करता है.

रामदेव ने कहा कि आंदोलन से मजबूत जनलोकपाल भी बनेगा और विदेशों में गया भारत का कालाधन भी वापस आएगा.

केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए रामदेव ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने ही देश में अराजकता फैलाई है. उन्‍होंने कहा कि भ्रष्‍टाचारियों को उम्रकैद और फांसी की सजा दी जानी चाहिए.

बाबा रामदेव और अन्ना हजारे ने काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के संसद मार्ग पर अपना एकदिवसीय अनशन शुरू किया.

बाबा रामदेव ने कहा कि वे योग भी सिखाएंगे और भ्रष्टाचार भी मिटाएंगे. रामदेव ने 4 जून से अपने आंदोलन को किसी न किसी रूप में जारी रखने का संकेत देते हुये कहा कि शाम को य घोषणा की जायेगी कि सोमवार से आंदोलन की रणनीति क्या रहेगी.

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उन्होंने कहा, ‘इस देश में काला धन वापस आकर रहेगा और जनलोकपाल के लिये भी आर-पार की लड़ाई जारी रहेगी.’ योगगुरु ने प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोग उनकी व्यक्तिगत ईमानदारी की इज्जत करते हैं, लेकिन उन्हें अपनी लोकतांत्रिक, राजनीतिक और संवैधानिक ईमानदारी भी निभानी चाहिये. देश उनको व्यक्ति के रूप में नहीं सर्वोच्च राजनीतिक व्यक्ति के रूप में देखता है.

तामपान में थोड़ी कमी का जिक्र करते हुये रामदेव ने कहा, ‘जब भी कोई अच्छा काम होता है, तो उससे भगवान प्रसन्न होते हैं और बीती रात बारिश कर भगवान ने अपनी प्रसन्नता जाहिर की है.’

हिन्दुत्व की छवि से दूरी बनाने की कोशिश करते दिख रहे रामदेव ने दो-तीन बार मंच से कहा कि हमारे आंदोलन में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी धर्म और वर्ग के लोग जुड़े हैं. उनके मंच पर भी कुछ मुस्लिम नेता मौजूद थे.

रामदेव ने कहा कि आंदोलन किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है. उन्‍होंने कहा, ‘यह आंदोलन हम क्रोध और प्रतिशोध के साथ नहीं, बल्कि पूरे होश और बोध के साथ कर रहे हैं.’

रामदेव ने यह भी कहा कि जो लोग आरोप लगाते हैं कि योगगुरु अर्थव्यवस्था की बात कैसे कर सकता है, तो मैं बताना चाहता हूं कि मैंने योग के साथ अर्थशास्त्र का भी अध्ययन किया है और योग की किताबों के साथ अर्थशास्त्र की पुस्तकें भी लेकर चलता हूं. उन्होंने कहा, ‘हम योग भी सिखायेंगे और भ्रष्टाचार भी मिटायेंगे.’

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दिल्ली के संसद मार्ग पर अनशन रविवार सुबह लगभग 10.15 बजे शुरू हुआ. अनशन का आयोजन रामदेव द्वारा पिछले वर्ष रामलीला मैदान में किए गए अनशन के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में किया गया है. अनशन शाम छह बजे तक चलेगा. रामदेव को पिछले वर्ष 3 और 4 जून के बीच आधी रात को रामलीला मैदान से गिरफ्तार कर लिया गया था.

रामदेव और अन्ना ने अनशन शुरू करने से पहले राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस बीच संसद मार्ग पर अन्ना और रामदेव के समर्थकों की भारी भीड़ जमा हो गई है.

रामदेव ने राजघाट के लिए प्रस्थान करने से पहले संवाददाताओं से कहा, 'यह तो शुरुआत है, आंदोलन और तेज होगा और अगस्त तक यह बहुत बड़ा रूप ले लेगा.'

रामदेव ने कहा, 'देश के करोड़ों लोग हमारे साथ होंगे. सरकार को काले धन के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे, जैसा कि हमने मांग की है.' उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न राज्यों में भी धरने का आयोजन किया जा रहा है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने व्यापक बंदोबस्त किए हैं. दिल्ली पुलिस के जवानों के अलावा अर्धसैनिक बलों की 20 कम्पनियां तैनात की गई हैं. भीड़ को सम्भालने के लिए सीसीटीवी कैमरें भी लगाए गए हैं.

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