मुख्य निर्वाचन आयुक्त एस.वाई. कुरैशी ने मंगलवार को कहा कि कानून को आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को चुनाव लड़ने से अवश्य प्रतिबंधित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया से अपराधियों को दूर रखना महत्वपूर्ण है.
कुरैशी ने 'मनीलाइफ फाउंडेशन एवं वी. सिटिजन्स एक्सन नेटवर्क' (वीसीएएन) द्वारा आयोजित एक व्याख्यान में कहा, 'लोग मुझसे पूछते हैं कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को मैं अयोग्य क्यों नहीं घोषित कर देता हूं. हम ऐसा नहीं कर सकते लेकिन कानून ऐसे उम्मीदवारों को अवश्य प्रतिबंधित कर सकता है.'
उन्होंने कहा, 'कानून कहता है कि जबतक किसी पर अपराध साबित नहीं हो जाता तबतक वह निर्दोष है. मैं पूछना चाहूंगा कि विचाराधीन मामलों में यदि मूलभूत अधिकारों में कटौती कर दी जाती है तो अपने खिलाफ लम्बित आपराधिक मामलों वाले राजनीतिज्ञों को चुनाव लड़ने एवं मतदान करने से क्यों नहीं रोकना चाहिए जो कि मूलभूत अधिकार हैं.'
कुरैशी ने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि वे निर्वाचन आयोग को नियंत्रित कर सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं है. कुरैशी ने विधानसभा चुनावों के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के साथ हुए विवाद का हवाला देते हुए कहा, 'कुछ लोग सोचते हैं कि वे हमें हमारे कानून मंत्री की तरह नियंत्रित कर सकते हैं लेकिन मैं कानून मंत्री का शुक्रगुजार हूं. वह हमारे लिए अच्छे साबित हुए हैं.
उन्होंने विवाद के बाद निर्वाचन आयोग को लोकप्रिय बना दिया.' उन्होंने कहा, 'कोई भी उम्मीदवार सही तरीके से कमाए गए धन को नहीं बल्कि कालाधन खर्च करता है. एक मंत्री जैसे ही सत्ता में आता है, उसका लक्ष्य चुनाव के समय खर्च की गई राशि का संग्रह करने में होता है. वह ऐसा करने में नौकरशाहों को विश्वास में लेता है और उसकी करनी लोगों को भुगतनी पड़ती है.'