भूपेन हजारिका का आज राजकीय सम्मान के साथ गुवाहाटी में अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा. इस मौके पर बड़ी संख्या में प्रशंसकों समेत दिग्गजों के जुटने की उम्मीद है.
भूपेन दा का शनिवार को मुंबई में देहांत हो गया था. गुवाहाटी में हजारों लोगों की ये भीड़ उमड़ी है. हर दिल अजीज गायक भूपेन हजारिका की एक झलक पाने के लिए. एक ऐसा गायक जो 86 साल तक अपनी वतन की मिट्टी से जुदा नहीं हुआ. उसका पार्थिव शरीर मिट्टी में मिल जाने के लिए पहुंचा तो जैसे पूरे असम की आत्मा कराह उठी.
भूपेन दा के देहांत के बाद उनका पार्थिव शरीर मुंबई से गुवाहाटी पहुंचा तो हजारों लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े. हर चेहरा उदास था, हर एक का मन बोझिल था. भूपेन हजारिका का पार्थिव शरीरी पहुंचने से पहले ही गुवाहाटी में एयरपोर्ट से लेकर निजारापार में भूपेन दा के घर तक 25 किलोमीटर दूर लोगों की लंबी कतार लग चुकी थी और रास्ते भर गूंजती रही भूपने दा के गानों की आवाज.
एक बुद्धिजीवी, एक संगीतकार, एक उत्कृष्ट गायक, एक संवेदनशील कवि, एक शानदार अभिनेता, एक लेखक, एक बेहतरीन निर्देशक और एक समाज सेवक को आज अंतिम विदाई दे दी जाएगी. ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे भूपेन दा का अंतिम संस्कार किया जाएगा जिसमें भारी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की उम्मीद है.
भूपेन हजारिका चले गए और उनके साथ ही चली गई असमी मिट्टी की सोंधी सोंधी खूशबू. भूपेन हजारिका की शख्सियत को चंद शब्दों में बयां कर पाना मुमकिन नहीं है. असमी से लेकर हिंदी तक भूपेन हजारिका हर दिल अजीज थे.