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बोफोर्स मामले में 25 साल बाद धुला दाग: अमिताभ

बोफोर्स मामले में पूरी तरह से क्‍लीन चिट मिलने के बाद सदी के महानायक अमिताभ बच्‍चन खुश तो हैं, लेकिन उनके हृदय की पीड़ा भी सामने आ गई.

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बोफोर्स मामले में पूरी तरह से क्‍लीन चिट मिलने के बाद सदी के महानायक अमिताभ बच्‍चन खुश तो हैं, लेकिन उनके हृदय की पीड़ा भी सामने आ गई.

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अमिताभ बच्‍चन ने कहा है कि बोफोर्स के बारे में आरोपों ने मेरे जीवन पर असर डाला. ताजा खुलासे के मद्देनजर जया बच्‍चन ने कहा कि जो सच्‍चाई थी, सबके सामने आ गई. जया बच्‍चन ने कहा कि जो बातें अब सामने आई हैं, इतना तो हम बरसों से जानते थे.

मामले में अमिताभ का नाम झूठे तौर पर घसीटे जाने पर जया बच्‍चन ने सवालिया लहजे में कहा कि जो बातें हो चुकी हैं, उन्‍हें अब कैसे मिटाएंगे?

इस मामले ने विपक्ष को भी केंद्र सरकार पर निशाना साधने का मौका मुहैया करा दिया है. बीजेपी प्रवक्‍ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार को बोफोर्स समेत हाल में हुए सभी घोटालों पर जवाब देना चाहिए.

गौरतलब है कि जिस शख्‍स ने बोफ़ोर्स घोटाले की तह में जाकर जानकारियां निकाली थीं और भारतीय पत्रकार को मुहैया कराई थीं. उसी स्टेन लिंडस्टॉर्म ने कहा है कि स्वीडन के अखबार में अमिताभ का नाम भारतीय जांचकर्ताओं ने प्लांट किया गया था. लिंडस्टॉर्म उस दौरान स्वीडन पुलिस के प्रमुख थे.

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साथ ही स्टेन लिंडस्टॉर्म ने बताया है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बोफोर्स घोटाले के आरोपी ओतावियो क्वात्रोक्की पर शिकंजा कसने के लिए कोई ज़हमत नहीं उठाई थी.

लिंडस्टॉर्म के मुताबिक उन्होंने बोफोर्स सौदे से जुड़े क़रीब साढ़े तीन सौ दस्तावेज़ लीक किए थे. स्टेन लिंडस्टॉर्म ने इस मामले में अमिताभ बच्चन को क्लीन चिट दी है.

लिंडस्टॉर्म के मुताबिक उन्हें तफ़्तीश करने के लिए एक लिस्ट दी गई थी, जिसमें अमिताभ का नाम था, लेकिन अमिताभ का नाम उस लिस्ट में जानबूझकर डाला गया था.

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