‘काइट्स’, ‘रावण’ और ‘गुजारिश’ जैसी बड़े बजट की फिल्में इस वर्ष जहां बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गयीं, वहीं बड़े पर्दे के सितारे किसी न किसी वजह से विवादों में छाये रहे.
अधिकतर विवाद तीन ‘खान’ सितारों आमिर, शाहरुख और सलमान के इर्दगिर्द छाये रहे. ऐसा लगा जैसे ये सितारे इस बात पर यकीन रखते हैं कि प्रचार कैसा भी हो, वह फायदेमंद होता है. इन सितारों ने न सिर्फ विवादास्पद बयानबाजी की, बल्कि वेबसाइट ट्विटर पर भी वे विवादों में ही रहे.
आमिर खान का राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ में रैंचो का किरदार दर्शकों को काफी पसंद आया लेकिन निर्माताओं और लेखक चेतन भगत के बीच फिल्म की कहानी के श्रेय को लेकर विवाद पैदा हो गया. चेतन इस बात से नाराज थे कि उन्हें उनका वाजिब श्रेय नहीं दिया गया, जबकि निर्देशक हिरानी ने कहा कि फिल्म चेतन के उपन्यास से आंशिक रूप से ही प्रेरित है और प्रदर्शन से पहले लेखक हर बात के लिये सहमत हो चुके थे.
आमिर तब इस विवाद में कूद पड़े जब उन्होंने चेतन को ‘झूठा’ कह दिया, जबकि निर्माता विधु विनोद चोपड़ा को तब आलोचनाओं का सामना करना पड़ा जब उन्होंने इस विवाद के बारे में सवाल पूछ रहे एक पत्रकार को ‘शट अप’ कह दिया. बाद में उन्हें इसके लिये माफी भी मांगनी पड़ी.{mospagebreak}
विवादों के मामले में आमिर के लिये ‘थ्री इडियट्स’ ही काफी नहीं थी. उनके निर्माण वाली फिल्म ‘पीपली लाइव’ को लेकर भी तब विवाद पैदा हो गया जब निर्देशक अनुषा रिजवी और उनके पति ने श्रेय देने और प्रचार को लेकर आमिर से मतभेद होने के बाद फिल्म से खुद को अलग कर लिया. इससे आमिर की छवि निर्माताओं के कामकाज में जरूरत से ज्यादा दखलंदाजी करने की बन गयी.‘तारे जमीं पर’ के दौरान अमोल गुप्ते से भी आमिर के मतभेद हुए थे.
शाहरुख की बात करें तो अमेरिका के एक हवाई अड्डे पर उन्हें हिरासत में रखे जाने के बाद भी वह सुखिर्यों में रहे. जब उन्होंने आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शामिल करने संबंधी अपनी टिप्पणी के लिये माफी मांगने से इनकार कर दिया तो उन्हें शिवसेना की नाराजगी का सामना करना पड़ा और पार्टी ने उनकी फिल्म के प्रदर्शन को रोक देने तक की चेतावनी दे डाली. इस मुद्दे पर पूरा फिल्म जगत विभाजित हो गया.
शाहरुख के चिर-प्रतिद्वंद्वी सलमान खान सहित कई सितारे उनके समर्थन में आ गये और राजनीतिक दल के दबाव के आगे नहीं झुकने के लिये शाहरुख की तारीफ की गयी, लेकिन अमिताभ बच्चन ने चुप्पी साधे रखी जिसके चलते उनकी कुछ आलोचना भी हुई.
सलमान भी इस वर्ष विवादों में रहे. उन्होंने अपनी फिल्म ‘दबंग’ के प्रदर्शन के दौरान कहा कि मुंबई हमलों के लिये पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिये. उन्होंने एक पाकिस्तानी चैनल से कथित तौर पर कहा कि हमले सुरक्षा की नाकामी का नतीजा थे और पाकिस्तान को इसके लिये दोषी नहीं ठहराया जा सकता. बाद में विवाद पैदा होने के चलते उन्हें माफी मांगनी पड़ी.{mospagebreak}
उधर, ट्विटर पर भी खासा विवाद हुआ. लेखिका शोभा डे की ‘आई हेट लव स्टोरीज’ और ‘दबंग’ के बारे में की गयी टिप्पणियों के चलते उन्हें निर्देशक पुनीत मल्होत्रा और अभिनेत्री सोनम कपूर की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा.
शोभा ने ट्वीट किया कि पुनीत की उनकी फिल्म के लिये सार्वजनिक आलोचना होनी चाहिये. इस पर पुनीत ने कहा कि शोभा की बात को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिये. सोनम ने भी शोभा के बारे में कुछ टिप्पणियां की लेकिन बाद में जाहिरा तौर पर अपने पिता अनिल कपूर के कहने पर उन्होंने टिप्पणियां हटा लीं और माफी मांग ली.
बांद्रा-वर्ली सी लिंक के उद्घाटन के मौके पर अमिताभ की मौजूदगी से राजनीतिक विवाद पैदा हो गया. कांग्रेस ने उनकी उपस्थिति पर यह कहते हुए ऐतराज जताया कि वह नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार के ब्रांड एंबेसेडर हैं.