वैज्ञानिकों ने एक नए शोध में दावा किया है कि स्तनपान कराने से महिलाओं के स्तन कैंसर की चपेट में आने का खतरा कम हो जाता है.
शोध से हुई पुष्टि
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के मेलमैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने पाया कि स्तनपान से एस्ट्रोजन रिसेप्टर (ईआर) और प्रोजेस्ट्रोन रिसेप्टर निगेटिव (पीआर) स्तनकैंसर का खतरा कम हो जाता है.
कई पहलुओं पर किया गया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अपने इस शोध के दौरान कई पहलुओं का अध्ययन किया, जिनमें महिला द्वारा पैदा किए गए बच्चों की संख्या और स्तनपान आदि शामिल थे. शोध के नतीजों में पाया गया कि बिना स्तनपान कराए तीन या अधिक बच्चे होने का संबंध ईआर, पीआर निगेटिव स्तनकैंसर के खतरे को बढ़ा देता है. ईआर, पीआर निगेटिव स्तन कैंसर आमतौर पर युवा महिलाओं को होता है और इसका पता बहुत देर में चलता है.
जरूरी है स्तनपान कराना
शोध रिपोर्ट की लेखिका मेगान वर्क कहती हैं, ‘यदि महिलाएं अपने बच्चों को स्तनपान कराती हैं तो उनमें ईआर, पीआर निगेटिव कैंसर पनपने की आशंका नहीं रहती.’