एक सनसनीखेज मामले में रक्षा मंत्रालय अधिकारियों ने पता चलाया कि रक्षामंत्री ए. के. एंटनी के कार्यालय कक्ष की कथित रूप से जासूसी की जा रही थी और आईबी को पूरे प्रकरण की जांच करने के लिए कहा गया है.
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि इसका पता 16 फरवरी को लगा. इसके बाद रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा ने इसकी जांच के लिए आईबी से चर्चा की. इस मामले की सूचना दो सैन्यकर्मियों ने दी जो मंत्रालय के टेलीफोन लाइन की देखरेख कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी दिए जाने के बाद मंत्रालय के अधिकारियों ने सैन्य कर्मियों से अपने टेलीफोन लाइन की जांच कराने से इनकार कर दिया.
उल्लेखनीय है कि यह मामला उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद जनरल वी. के. सिंह की उम्र के मुद्दे को ले कर सेना और रक्षा मंत्रालय के बीच लंबी चली जंग के शांत होने के तुरंत बाद उभरा.
जनरल सिंह की उम्र का मुद्दा तब हल हुआ जब उच्चतम न्यायालय ने 10 फरवरी को उन्हें अपनी याचिका वापस लेने के लिए बाध्य किया. न्यायालय ने उन्हें 10 मई 1950 को अपनी जन्मतिथि स्वीकार करने को कहा. सेना ने अभी घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
पिछले साल, वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी के कार्यालय को ले कर इसी तरह की घटना की रिपोर्ट आई थी. वहां से कथित रूप से ‘स्नूपिंग डिवाइसेज’ पाए गए थे.