सीबीआई ने संयुक्त संसदीय समिति को बताया कि ए राजा ने 2जी लाइसेंस मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लगातार गुमराह किया. एजेंसी ने यह भी बताया कि अभी तक उसने यह पाया कि इस मुद्दे में गृह मंत्री पी चिदंबरम के पक्ष से कोई आपराधिकता नहीं पायी गयी है.
2जी मामले की जांच कर रही जेपीसी के समक्ष पेश होते हुए सीबीआई के अधिकारियों ने जांच की प्रगति से समिति को अवगत कराया. एजेंसी के प्रमुख ए पी सिंह की अध्यक्षता सीबीआई के शीर्ष अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं.
समझा जाता है कि सीबीआई ने जेपीसी से कहा कि अभी तक की जांच के अनुसार तत्कालीन दूरसंचार मंत्री राजा ने दूरसंचार परिचालकों को 2जी स्पेक्ट्रम आंवटित करने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को निरंतर गुमराह किया.
जांच एजेंसी ने कहा कि उसे इस मुद्दे में तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम की भूमिका में किसी प्रकार की आपराधिकता होने के बारे में अभी तक कुछ भी नहीं मिला है.
समझा जाता है कि सीबीआई को एयरसेल-मैक्सिस सौदे के सिलसिले में चिदंबरम के खिलाफ कोई भी अभियोगात्मक बात नहीं मिली.
दूरसंचार कंपनियों में विदेशी अंशपूंजी के निवेश के मुद्दे पर समझा जाता है कि सीबीआई ने समिति से कहा कि 2जी मामले में शामिल कंपनियों ने धन को निकाल कर कहीं और नहीं लगाया.