केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक रक्षा सौदे में 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश के सेना प्रमुख जनरल वी. के. सिंह के आरोप के सिलसिले में शुक्रवार को उनसे साउथ ब्लॉक स्थित उनके कार्यालय में पूछताछ की.
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई के उप महानिरीक्षक के नेतृत्व में जांच एजेंसी की टीम ने सुबह करीब 10.30 बजे से उनसे पूछताछ शुरू की. पूछताछ करीब दो घंटे चली. एक सूत्र ने कहा, 'सीबीआई टीम ने जनरल सिंह से उनके साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय में दो घंटे पूछताछ की. उनसे घटिया वाहनों की खरीद से सम्बंधित एक समझौते को मंजूरी देने के लिए 14 करोड़ रुपये की रिश्वत के उनके आरोप के सम्बंध में स्पष्टीकरण मांगा गया.'
सेना प्रमुख जनरल सिंह ने सीबीआई को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि एक सेवानिवृत्त अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने 22 सितम्बर, 2010 को उनसे मुलाकात कर सेना के लिए टाट्रा टक की खरीद को लेकर उन्हें वेक्ट्रा ट्रक की ओर से 14 करोड़ रुपये की पेशकश की थी.
सूत्रों के अनुसार, सेना प्रमुख को प्रश्नावली पहले ही भेज दी गई थी. उनसे यह भी पूछा गया कि करीब दो साल पहले हुई इस पेशकश के बाद उन्होंने क्या कदम उठाए थे. सेना प्रमुख से अपने आरोपों की पुष्टि के लिए कोई ठोस प्रमाण होने के बारे में भी पूछा गया.
सूत्र ने कहा, 'जनरल सिंह से पूछा गया कि उन्होंने शिकायत करने में देरी क्यों की और दो साल बाद इसके बारे में क्यों बताया?' सीबीआई ने सेना प्रमुख के आरोपों के आधार पर अब तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. जांच एजेंसी मामला दर्ज करने से पहले सबूत एकत्र करने के लिए शुरुआती जांच कर रही है. सूत्रों के अनुसार, जनरल सिंह ने पूर्व में सीबीआई को ठोस साक्ष्य देने की बात कही थी, लेकिन पूछताछ तक उन्होंने जांच एजेंसी को ऐसा कोई दस्तावेज नहीं दिया था.