अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने के बावजूद पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा आपसी सहमति से पेट्रोल कीमतों में कटौती न किए जाने पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की निगाह में है.
सीसीआई के चेयरमैन अशोक चावला ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘हमने इस बात पर ध्यान दिया है.’
भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) के एक सदस्य ने चावला से कहा कि सरकार के नियंत्रण वाली कंपनियां भी प्रतिस्पर्धा कानून के दायरे में आती हैं, ऐसे में क्या उनके द्वारा आपसी समझ से पेट्रोल कीमतों को नियंत्रित करने पर आयोग की निगाह है. वह भी ऐसे समय जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घट रहे हैं.
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियां आमतौर पर महीने की पहली और 16 तारीख को कीमतों में संशोधन करती हैं. यह संशोधन औसत आयात मूल्य तथा विनिमय दरों के आधार पर किया जाता है.