गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी बोले और जम कर बोले. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपनी बात मनवाने का आत्मविश्वास उनके भाषण में साफ झलक रहा था. इसलिए भाषण शुरू करते ही उन्होंने सीधे केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को निशाना बनाया. मोदी ने कहा कि हर बात पर सरकार गठबंधन की आड़ में बचने की फिराक में लगी रहती है.
उन्होंने कहा कि अगर एनडीए की सरकार बनी तो दो दिन में महंगाई को काबू में कर लिया जाएगा. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि केंद्र में कई निर्मल बाबा बैठे हैं और दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार निर्मल दरबार बन गई है. मोदी ने कहा कि वादे तो सब करते हैं लेकिन करके नहीं दिखाते.
केंद्र पर झूठे वादे करने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ राज्यों की मेहनत पर ऐश कर रही है केंद्र सरकार. देश में बिजली की समस्या पर मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण देश में बिजली की कमी है, साथ ही कोयला घोटाले की वजह से देश में बिजली की कमी हो गई है.
एनसीटीसी की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि एनसीटीसी राज्यों से अधिकार छीनने की साजिश है और राज्यों के अधिकार छीने जा रहे हैं. मोदी ने केंद्र पर संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया.
पिछले दिनों सेना प्रमुख की उम्र विवाद की चर्चा करते हुए मोदी ने सरकार पर सेना से भिड़ने का आरोप भी लगाया. मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री अक्सर सरकार की उपलब्धियां गिनवाते रहते हैं लेकिन वास्तव में सरकार के पास विकास का कोई मॉडल नहीं है. मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद से निपटने में केंद्र सरकार नाकाम रही है.