ईरान ने कहा कि वह इजराइल के इस आरोप को न तो स्वीकार करेगा और न ही इसका खंडन करेगा कि यहां स्थित उसके (इजराइल के) मिशन के कर्मचारियों पर किए गए हमले में तेहरान का हाथ था.
साथ ही ईरान ने उम्मीद जताई है कि वास्तविकता का पता लगाने के लिए भारत सरकार मामले की जांच करेगी. भारत में ईरान के राजदूत मेहदी नबीजादेह ने संवाददाताओं से कहा ‘हम (इजराइल के दूतावास की कार में सोमवार को किए गए विस्फोट को लेकर उसके द्वारा लगाए गए) आरोप को न तो स्वीकार कर रहे हैं और न ही इसका खंडन कर रहे हैं. हमें कोई जानकारी नहीं है.’ वह इजराइल के आरोप के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे.
इजराइल का आरोप है कि सोमवार को उसके मिशन की कर्मचारी पर प्रधानमंत्री के आवास के समीप चुंबक वाले बम से किए गए हमले के पीछे ईरान का हाथ था. नबीजादेह ने कहा, ‘यह भारत में हुआ है और अगर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ऐसा कुछ कहती हैं तो हमें इसकी पुष्टि करानी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि असलियत जानने के लिए भारत मामले की जांच कराएगा. अब तक उनकी अंतिम प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. हमें उम्मीद है कि यह प्रतिक्रिया मिलेगी.’
इजराइल के एक रक्षा अताशे की पत्नी और दूतावास में राजनयिक के रूप में काम करने वाली ताल येहोशुआ (40) इस विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गई थी. ताल येहोशुआ का शहर के एक निजी अस्पताल में आपरेशन किया गया और विस्फोट की वजह से रीढ़ की हड्डी तथा यकृत में घुसे छर्रे निकाले गए. ताल येहोशुआ उन चार लोगों में से हैं, जो इस विस्फोट में घायल हुए.