केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के लिए जिम्मेदार नहीं हैं और उनके खिलाफ आरोप राजनीति से प्रेरित हैं. सिब्बल की यह प्रतिक्रिया, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक अदालत द्वारा जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी की याचिका खारिज किए जाने के बाद आई है.
स्वामी ने अपनी याचिका में चिदम्बरम को 2जी मामले में सहआरोपी बनाने की मांग की थी. सिब्बल ने कहा, 'केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम 2जी घोटाले के लिए किसी भी रूप में जिम्मेदार नहीं थे. हम चाहते थे कि सच्चाई छुपी न रहे, क्योंकि उनके खिलाफ आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.' सिब्बल ने कहा कि विपक्ष चिदम्बरम के खून का प्यासा है.
उन्होंने कहा, 'इस तरह के आरोप राजनीतिक व्यवस्था की विश्वसनीयता नष्ट करते हैं.' सिब्बल ने अदालत का फैसला आने से पहले ही मीडिया के एक वर्ग द्वारा इस मुद्दे पर बहस आयोजित करने पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 'यह तो किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा के साथ खेलने जैसा है.'
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी ने अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, 'स्वामी मीडिया के बल पर जिंदा हैं और उन्होंने खुद को जिंदा रखने के लिए यह सब किया है.'
सोनी ने कहा कि इसमें सरकार की नैतिक जिम्मेदारी का कोई आधार नहीं है, क्योंकि सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ओ.पी. सैनी ने 2जी घोटाले में चिदम्बरम की भूमिका पर कोई टिप्पणी नहीं की है. ऊपरी अदालतों में अपील करने सम्बंधी स्वामी की टिप्पणी पर सोनी ने कहा, 'सच तो सच ही रहेगा, चाहे उसकी कितनी ही बार परीक्षा क्यों न ली जाए.'