दक्षिण कोरिया में होने जा रहे एक प्रमुख परमाणु शिखर सम्मेलन से पहले चीन ने पाकिस्तान के साथ परमाणु सहयोग का पक्ष लेते हुए इसे ‘परस्पर लाभकारी’ एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानदंडो के मुताबिक करार दिया है.
चीन के विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के विभाग के महानिदेशक लुओ झाओहुई ने संवाददाताओं को बताया कि चीन-पाक परमाणु सहयोग अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) की निगरानी में चल रहा है.
उन्होंने कहा, ‘चाश्मा परमाणु उर्जा संयंत्र के निर्माण को लेकर चीन-पाकिस्तान के बीच कई वर्षों तक परमाणु सहयोग रहा है. यह संयंत्र आईएईए के तहत आता है और अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक है.’
चीन की ओर से यह बयान 26-27 मार्च को दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल में होने जा रहे परमाणु सुरक्षा सम्मेलन से पहले आया है. इसमें चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ भी शामिल हो रहे हैं.