अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अब चीन की मुद्रा के बारे में अपनी धारणा में बदलाव करते हुए कहा है कि पहले से अधिक उपभोक्ता केंद्रित अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में हुई प्रगति के कारण युआन का मूल्यांकन जो पहले जरूरत से ज्यादा कम था उसमें सुधार हुआ है.
इससे पहले आईएमएफ ने अमेरिकी, यूरोप और अन्य के सुर में सुर मिलाते हुए कहा था कि युआन का मूल्यांकन जरूरत से ज्यादा कम है. इन सबने चीन की सरकार द्वारा निर्यात को सस्ता बनाने और व्यापार लाभ के लिए युआन का मूल्यांकन कम रखने का विरोध किया था.
बीजिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आईएमएफ के पहले उप प्रबंध निदेशक डेविड लिप्टन ने कहा कि पिछले कई साल में चीन ने विश्व के अन्य हिस्सों के साथ वाह्य असंतुलन कम करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है.
लिप्टन ने चीन के चालू खाता अधिशेष जिससे मोटे तौर पर व्यापार का आकलन होता है, में सुधार का उल्लेख किया. पिछले साल चालू खाता अधिशेष घटकर सकल घरेलू उत्पाद के तीन फीसद से कम हो गया जो 2007 में 10 फीसद के बराबर था.