चीन के विदेश मंत्री यांग जेची बुधवार से अपने दो दिवसीय भारत दौरे की शुरुआत करेंगे. इस दौरान वह भारतीय नेतृत्व के साथ कई द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे.
उनका यह दौरा उस वक्त हो रहा है, जब कुछ दिनों पहले ही रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी के अरुणाचल प्रदेश के दौरे को लेकर दोनों देशों के बीच तल्ख बयानबाजी हुई थी. यह पूछे जाने पर कि एंटनी के अरूणाचल दौरे का मुद्दा वार्ता में उठेगा, तो चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं किया जाना चाहिए जिससे सीमा मुद्दा ‘जटिल’ बन जाए.
ली ने कहा, ‘मैं यह कहना चाहता हूं कि पूर्व के विवादास्पद हिस्से सहित सीमा मुद्दे को लेकर चीन का रुख स्थिर और स्पष्ट रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘हम संवाद के जरिए उचित एवं स्वीकार्य योजना चाहते हैं तथा अंतिम समाधान के बारे में बातचीत भी करना चाहते हैं. दोनों पक्षों को सीमा के मुद्दों को जटिल बनाने के बदले शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए साझा प्रयास करना चाहिए.’
मिलने के साथ ही अपने भारतीय समकक्ष एस एम कृष्णा के साथ वार्ता करेंगे. इस दौरे को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में कहा, ‘यांग जेची का दौरा वाषिर्क तौर पर होने वाली विदेश मंत्रियों की यात्रा की परस्पर सहमति वाली व्यवस्था का हिस्सा है.’ विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘जेची और कृष्णा 28-29 मार्च को दिल्ली में होने वाले ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन को लेकर भी बातचीत करेंगे.’