तमिलनाडु के रामानाथपुरम में एक अनोखी घटना के तहत 15 साल की एक छात्रा ने स्कूल के शौचालय में एक बच्ची को जन्म देने के बाद उसे वहीं छोड़ दिया. इस हफ्ते के शुरूआत में एक बच्ची को जन्म देने वाली 10 वीं कक्षा की इस छात्रा को स्कूल प्रबंधन ने कल एक स्थानांतरण प्रमाणपत्र जारी कर दिया. प्रबंधन ने इस मुद्दे के तेजी से विवाद का रूप धारण करने के बाद यह कदम उठाया.
मुख्य शिक्षा अधिकारी बालासुब्रमणीयन ने बताया कि न तो उसके माता पिता और न ही उसके शिक्षक इस बात से अवगत थे कि यह छात्रा गर्भवती थी, क्योंकि वह बहुत मोटी है. स्कूल के एक अधिकारी के मुताबिक छात्रा ने कक्षा के दौरान शौचालय जाने की इजाजत मांगी थी, लेकिन छात्रा बच्ची को जन्म देने के बाद उसे वहीं छोड़ कर और बिना किसी को सूचना दिये वापस कक्षा में आ गई.
सूत्रों ने बताया कि स्कूल के अधिकारियों ने जब बच्ची के रोने की आवाज सुनी, तब वे उसे अस्पताल ले गये जहां उसकी हालत अच्छी बताई गई है. लड़की ने जब यह स्वीकार कर लिया कि उसने एक बच्ची को जन्म दिया है, तब उसे घर भेज दिया गया. बहरहाल, बालासुब्रमणीयन ने कहा है कि छात्रा की सहमति के बिना उसे स्थानांतरण प्रमाणपत्र जारी किया जाना गलत कदम है. उन्होंने साथ ही कहा कि छात्रा को अपनी आगे की शिक्षा जारी रखने में मदद की जाएगी.