बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस को अखबारों तक सीमित पार्टी बताते हुए कहा है कि प्रदेश में मात्र दस विधायकों और दो सांसदों वाली इस पार्टी को उसकी ताकत के अधिक अखबारों में स्थान और प्रचार मिल रहा है.
कांग्रेस छोड़कर पुन: जदयू में लौटे पूर्व सांसद अरुण कुमार का पार्टी में स्वागत करते हुए नीतीश ने कांग्रेस को अखबारों तक सीमित पार्टी बताते हुए बिहार में दस विधायकों और दो सांसदों वाली इस पार्टी को अखबारों में मिलने वाले स्थान पर आश्चर्य व्यक्त किया. नीतीश ने कहा कि बिहार में जितनी इस पार्टी की ताकत है, उससे कहीं अधिक पार्टी को अखबारों में प्रचार मिलता है.
पटना में पसमांदा अधिकार सम्मेलन को संबोधित करते हुये गत एक जुलाई को अपने दिए गए बयान में नीतीश ने कहा था कि आजादी के 63 वर्ष बाद भी मुसलमानों की दयनीय स्थिति से स्पष्ट है कि केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारी को ठीक से नहीं निभा रही है.{mospagebreak}इस बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया दी थी कि नीतीश ने गलत नंबर डायल किया है, इस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को एक से बढकर एक ‘बयान बहादुर’ वाली पार्टी की संज्ञा दी. नीतीश ने कहा कि देश में 90 पिछडे और मुस्लिम बहुल जिलों का बहुक्षेत्रीय विकास कार्यक्रम के तहत विकास किए जाने के लिए केंद्र द्वारा चयनित किया गया है.