विमानन कंपनियों में सुरक्षा मामलों में कई प्रकार की अनियमितता तथा नियमों के उल्लंघन की बात सामने आयी है. इसमें एक विमान कंपनी द्वारा सुरक्षा के समझौते से संबद्ध घटनाओं की जानकारी नहीं देना, एक के विमानों में दोतरफा संचार व्यवस्था के लिये प्रौद्योगिकी का नहीं होना तथा सभी विमानन कंपनियों में जरूरी सुरक्षा अधिकारियों की कमी जैसे मामले शामिल हैं.
नागर विमानन महानिदेशालय :डीजीसीए: की जांच में इस प्रकार की गड़बड़ी सामने आयी है. डीजीसीए ने सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किये जाने को गंभीरता से लिया और स्थिति में सुधार के लिये तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय किया है.
सूत्रों के मुताबिक डीजीसीए ने किंगफिशर के शीर्ष अधिकारियों से सोमवार को स्थिति में सुधार के उपायों तथा उसे लागू किये जाने की समयसीमा के साथ उपस्थित होने को कहा है. इसके अलावा अन्य विमानन कंपनियों से भी एक सप्ताह में डीजीसीए के समक्ष उपस्थिति होने को कहा गया है. महानिदेशालय एयर इंडिया के वित्तीय हालात की जांच अगले कुछ दिन में करेगा.
वित्तीय जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि विमानन उद्योग की खस्ता हालत से उड़ान परिचालनों की सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ रहा है. इसमें सुधार के लिये ‘विमान नियमों तथा नागर विमान जरूरतों’ के तहत कार्रवाई करने की सिफारिश की गयी है.