नकदी संकट से जूझ रही किंगफिशर एयरलाइन्स की उड़ाने रद्द करने के बाद उसके सीईओ संजय अग्रवाल को डीजीसीए ने तलब किया है. कंपनी ने सोमवार को प्रमुख शहरों से अपनी लगभग आधी उडानें रद्द कीं या वे देरी से चलीं. इससे यहां यात्रियों को परेशानी हुई वहीं विमानन नियामक डीजीसीए ने कहा कि वह कंपनी के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रहा है.
इसी बीच केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा कि सरकार कंपनी को कोई बेल आउट पैकेज नहीं मुहैया कराएगी और ना ही सरकार किसी बैंक से उसको मदद करने के लिए सिफारिश करेगी.
कंपनी ने आज मुंबई से 16, कोलकाता से 7 व दिल्ली से 4 उड़ानें रद्द की. इनमें सिंगापुर, बैंकाक, ढाका तथा काठमांडो को जाने वाली उड़ानें शामिल हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने हैदराबाद व बेंगलूर सहित छह प्रमुख महानगरों से बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करने की पुष्टि की.
इस बीच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कंपनी की उड़ानों में देरी तथा उनके रद्द होने के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया जा सके.
डीजीसीए के प्रमुख ईके भारतभूषण ने कहा, हमें बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने की रपटें मिली हैं. उन्हें इस तरह की रद्दीकरण की सूचना में देनी ही होती है लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि अगर ये रपटें सही हैं तो इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें बाधित होना नियमों का उल्लंघन हैं. ‘हम सभी केन्द्रों से सूचना एकत्र कर रहे हैं. एक बार यह मिल जाने पर हम निर्णय करेंगे कि हमें क्या करना है.’