तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने अपनी इस मांग को दोहराया है कि श्रीलंकाई वायुसेना के सैनिकों को भारत में प्रशिक्षण न दिया जाये.
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि को आड़े हाथों लेते हुये कहा है कि संप्रग गठबंधन के सहयोगी होते हुये भी करुणानिधि केंद्र सरकार पर इस मसले पर दबाव नहीं बना पा रहे हैं.
एक बयान जारी कर जयललिता ने कहा, ‘खुद को तमिलों का नेता कहने वाले करुणानिधि को अगर तमिलों के हित का ख्याल होता तो उन्होंने केंद्र सरकार के सामने श्रीलंकाई वायुसेना के पायलटों को तुरंत वापस भेजने के लिये दबाव बनाया होता.’
उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि श्रीलंकाई वायुसेना के पायलटों को भारतीय भूमि पर किसी भी हालत में प्रशिक्षण न दिया जाये.
केंद्र सरकार की भी आलोचना करते हुये जयललिता ने कहा कि भारत सरकार श्रीलंकाई सरकार के सामने एक शेर की तरह व्यवहार करने के बजाय एक चूहे की तरह व्यवहार कर रही है.