प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कालेधन और भ्रष्टाचार को लेकर अपनी सरकार को निशाना बनाने वालों पर पलटवार करते हुए सोमवार को कहा कि विदेशी बैंकों में जमा काला धन एक ही दिन में वापस नहीं लाया जा सकता और सरकार के खिलाफ लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप गलत हैं. सरकार भ्रष्टाचार मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री ने ये बातें कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी ) की बैठक में कही. अपने सम्बोधन में उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां और इसकी चुनौतियां भी गिनाई.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं. आए दिन यह सुनने को मिलता है कि विदेशी बैंकों में एक बड़ी रकम जमा है. इसे वापस लेने की मांग जोर-शोर से उठाई जाती है, जैसे इसे एक ही झटके में वापस लाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पर आरोप लगते रहे हैं कि इसने बड़ी रकम धोखे से लूट रखी है, यह सच नहीं है. सच्चाई यह है कि हमारी सरकार सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार से निपटने और सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने व जवाबदेही तय करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. कई मोर्चो पर हमने विभिन्न कदम उठाकर इसे साबित भी किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का विरोध करने वाले हताश व निराश तत्व गलत सूचनाएं फैला रहे हैं, इनसे प्रभावी तरीके से निपटने की आवश्यकता है. उन्होंने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सरकार के खिलाफ फैलाई जा रही इन गलत सूचनाओं के बारे में जनता को आगाह करें.
अपने सम्बोधन के दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई. उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में गरीबी कम हुई है. कृषि के क्षेत्र में भी विकास हुआ है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का लाभ हर चौथे में से एक घर को मिला है. सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
वहीं, सरकार की चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था में सुस्ती का असर यहां भी हो रहा है. देश में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि ईरान को लेकर तनाव और पश्चिम एशिया में अनिश्चित माहौल के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है, जिसका असर यहां के लोगों पर भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लक्ष्य को हासिल करना भी सरकार की महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं.