इसे इत्तफाक कहें या कुछ और. डीएमआरसी के पूर्व एमडी ई श्रीधरन के रिटायर होने के बाद मेट्रो में गड़बड़ी ज़्यादा हो रही है. आखिर इसकी वजह क्या है? इसपर पहली बार ई श्रीधरन ने खुलासा किया है और ये खुलासे चौंकाने वाले हैं.
श्रीधरन की मानें तो खराबियों के पीछे है- खराब मटेरियल का इस्तेमाल. दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान श्रीधरन ने कहा कि खराब मैटेरियल किसने सप्लाई किया है, इसका पता भी चल गया है.
ई श्रीधरन ने कहा, 'बड़े काम में छोटी-छोटी दिक्कतें आती हैं. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे जाने के बाद ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि सिस्टम एकदम से बैठ गया है. पता चला है कि खराब मैटेरियल इस्तेमाल किया गया है. ये भी पता चल गया है कि इसके पीछे कौन है. कार्रवाई हो रही है.'
अलग स्टाइल में काम के लिए मशहूर ई श्रीधरन ने एक और खुलासा किया. खुलासा ये कि दिल्ली मेट्रो की शुरुआत में उनपर ठेकों को लेकर राजनीतिक दबाव थे. श्रीधरन ने बताया, 'वे चाहते थे कि ठेका रद्द कर किसी और को दे दिया जाए. लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहता था. मैंने कहा- ये फैसला नहीं बदलेगा.'
श्रीधरन ने दिल्ली मेट्रो के काम को जितनी जल्दी अंजाम तक पहुंचाया वो अपने आप में मिसाल है. दिल्ली वाले ज़रूर अपने मेट्रोमैन को मिस कर रहे हैं लेकिन श्रीधरन ने दिल्ली से छुट्टी मिलते ही कोच्चि मेट्रो प्रोजेक्ट अपने हाथ में ले लिया है.