गुजरे जमाने की ड्रीम गर्ल के नाम से मशहूर स्वप्न सुंदरी और भाजपा नेता हेमा मालिनी अब देव नदी गंगा की सफाई के लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं के सपने को पूरा करेंगी और लोग कम से कम उत्तराखंड राज्य की सीमा में स्वच्छ गंगा में डुबकी लगा सकेंगे.
उत्तराखंड सरकार ने हेमामालिनी को गंगा को स्वच्छ करने के लिये चलाये जा रहे ‘स्पर्श गंगा’ कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है और इसे हेमामालिनी ने सहज रूप से स्वीकार भी कर लिया है. वह जल्द ही इस सिलसिले में उत्तराखंड का दौरा करेंगी.
राज्य के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड में गोमुख से लेकर हरिद्वार तक गंगा को पूरी तरह से निर्मल और प्रदूषणमुक्त करने के लिये गत वर्ष स्पर्श गंगा अभियान की शुरूआत की थी और गंगा में दूध डालकर इसे दूध के समान निर्मल करने का लोगों से आह्वान भी किया था.
निशंक ने बताया कि हेमा अब इस देव नदी की निर्मलता के लिये ब्रांड एम्बेसडर के रूप में सक्रिय रूप से कार्य करेंगी और उनके साथ इस राज्य के लाखों लोग भी गंगा को स्वच्छ करने में जुटेंगे. निशंक ने बताया कि निर्मलीकरण अभियान का नाम ही स्पर्श गंगा इसलिये दिया गया है कि लोग गंगा को स्पर्श करते ही अभिभूत हो जायें और इसकी पवित्रता लोगों के जेहन में जाकर बस जाये. {mospagebreak}
गंगा के पानी को शास्त्रों में अमृत बताया गया है और सही भी है कि जिन जड़ी बूटियों और औषधीय वृक्षों से स्पर्श करते हुये गंगा का जल नीचे आता है उससे गंगा का पानी वाकई में अमृत हो जाता है. उन्होंने कहा कि गंगा के जल को पूरे विश्व में फैलाने के लिये इसकी बाटलिंग किये जाने की भी योजना बनाई जा रही है और ग्लेश्यिर से निकले जल को सीधे ही बोतल में भरा जायेगा.
गंगा को विश्व में फैलाने के उद्देश्य से ही गंगा जल को मारीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम ने अपने देश के ‘गंगा तालाब’ में बड़े ही श्रद्धा के साथ प्रवाहित किया था जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों का यह मानना था कि गंगा को अब विश्व के अन्य हिस्सों में भी ले जाया जाना चाहिये. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने गंगा की सफाई के लिये एक नायाब कोशिश शुरू की है तथा इस अभियान को और अधिक देशव्यापी बनाने के लिये हेमामालिनी को ब्रांड एंम्बेसडर नियुक्त किया है.
उन्होने बताया कि गंगा को संरक्षित करने के लिये इस अभियान को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है. गंगा के अमृत स्वरूप जल की नैसर्गिकता बनाये रखने और इस ऐतिहासिक तथा स्वप्निल परियोजना को जमीनी स्तर पर मूर्त रूप देने के लिये पूर्व स्वप्नसुंदरी हेमामालिनी को ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है. हेमा इस काम को सहज रूप से करेंगी और लोगों को गंगा सफाई के लिये प्रोत्साहित करेंगी. {mospagebreak}
स्पर्श गंगा के तहत राज्य सरकार ने विभिन्न स्कूलों, कालेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों को भी शामिल किया है तथा एनसीसी, एनएसएस, युवा मंगल दल और अन्य संस्थाओं के युवकों को इसमें जोड़ा गया है. निशंक ने बताया कि देश के अन्य हिस्सों में बसने वाले उत्तराखंड के निवासियों को इस ऐतिहासिक अभियान में जोड़ने के लिये भी एक योजना बनाई गयी है जिसमें ब्रांड एम्बेसडर के रूप में हेमामालिनी का सक्रिय सहयोग लिया जायेगा.
उन्होने बताया कि हाल ही में सम्पन्न महाकुंभ की ऐतिहासिक सफलता से कुल 140 देशों के लोगों में गंगा के प्रति अपार श्रद्धा विकसित हुई है और 65 प्रकार के भाषाई लोगों ने अपने अपने देशों में गंगा के प्रति सैकड़ों लेख लिखे हैं और आडियो वीडियो के माध्यम से गंगा के प्रति करोडों लोगों की श्रद्धा को प्रदर्शित किया है जो न केवल उत्तराखंड के लिये गर्व का विषय बना है बल्कि इससे पूरे देश का माथा ऊंचा हुआ है.
निशंक ने बताया हेमामालिनी ने बातचीत में स्वीकार किया है कि उत्तराखंड आने से ही लोगों को अध्यात्म की अनुभूति होती है और गंगा स्नान तथा गंगा दर्शन तो बेजोड़ अनुभूति देता है. मुख्यमंत्री ने गत दिनों अपनी मुंबई यात्रा के दौरान ही हेमामालिनी को ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है जिसे पूर्व स्वप्नसुंदरी द्वारा स्वीकार कर लिया गया है.