महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने गुरुवार को राहत की सांस ली क्योंकि अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने इन दोनों को ही टीम के रूप में लंदन ओलंपिक में खेलने की अनुमति दे दी. इन दोनों ने इस खेल महाकुंभ में लिएंडर पेस के साथ जोड़ी बनाने से साफ इनकार कर दिया था.
भूपति और बोपन्ना ने संयुक्त बयान में कहा, ‘हम ओलंपिक में साथ खेलने को लेकर उत्साहित है और अब हमारा पूरा ध्यान खेलों के लिये अपनी टीम की तैयारियों पर रहेगा.’ उन्होंने कहा, ‘हमें खुशी है कि ओलंपिक के पुरुष युगल में हमें टीम के रूप में नामित किया गया है.
पिछले कुछ दिनों की घटनाएं सभी संबंधित पक्षों के लिये काफी चुनौतीपूर्ण रही लेकिन हम इस प्रक्रिया में जरूरी प्रयासों के तहत उनका सम्मान करते हैं.’ एआईटीए के मिश्रित युगल में लिएंडर और सानिया मिर्जा की जोड़ी बनाने के बारे में भूपति ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि हमें इस महीने की 28 तारीख तक इंतजार करने की जरूरत है कि सानिया क्वालीफाई करती है या नहीं.’
उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर हमारा पहला प्रयास लंदन ओलंपिक में भाग लेना था. हम उम्मीद कर रहे हैं कि उसे भी वाइल्ड कार्ड मिल जाएगा और वह भी लंदन में खेलेगी. उन्होंने (एआईटीए ने) मुझसे कहा कि यह विंबलडन में हमारे प्रदर्शन पर भी निर्भर करता है.’
इससे पहले पेस और भूपति अपने मतभेदों को भुलाकर देश के लिये खेलते थे लेकिन इस बार मामला इस हद तक पहुंच गया जहां से दोनों की जोड़ी बनना संभव नहीं लग रहा था. उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिले और काफी फोन करने पड़े लेकिन मुझे खुशी है कि दो टीमें जा रही है तथा हम चारों को ओलंपिक का अनुभव मिलेगा.’
भूपति ने आगे कहा कि पेस को कुछ बातें सार्वजनिक तौर पर नहीं कहनी चाहिए थी. दूसरी तरफ बोपन्ना ने कहा कि एआईटीए ने सही फैसला किया. उन्होंने कहा, ‘यह उनका सही समय पर लिया गया फैसला है. यह उनके लिये आसान नहीं था लेकिन उन्होंने सही फैसला किया.’
पेस और भूपति के बीच मतभेद पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए बोपन्ना ने कहा कि एकमात्र लक्ष्य भारत को पदक दिलाने के लिये हर संभव प्रयास करना था. भूपति ने कहा कि वे विंबलडन का उपयोग ओलंपिक की तैयारियों के लिये करेंगे. उन्होंने कहा, ‘हम अगले एक महीने का उपयोग तैयारियों के लिये करेंगे. हम पिछले सात महीने से तैयारियां कर रहे हैं और हम विंबलडन का उपयोग ओलंपिक की तैयारियों के लिये कर सकते हैं. खुशी है कि यह प्रकरण समाप्त हो गया है. हम अगले तीन चार दिन का उपयोग विंबलडन के लिये कर सकते हैं.’
विष्णु वर्धन जिन्हें ओलंपिक में पेस का जोड़ीदार चुना गया है, के बारे में भूपति ने कहा, ‘विष्णु खतरनाक खिलाड़ी है. मैं उसके लिये वास्तव में खुश हूं. उम्मीद है कि यह मसला यहीं पर समाप्त हो जाएगा. में सर्वश्रेष्ठ परिणाम की उम्मीद करता हूं.’