उत्तरी अफ्रीका और अरब जगत में तानाशाहों के खिलाफ चल रहे जन विद्रोह में शानदार भूमिका निभाने वाली लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के सदस्यों की संख्या 75 करोड़ को भी पार कर गई है.
टेकक्रंच वेबसाइट ने कंपनी सूत्रों के हवाले से बताया कि हाल ही में फेसबुक के ‘मंथली एक्टिव यूजर’ की संख्या 75 करोड़ को पार कर गई. रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि करने से इंकार कर दिया है. संभवत: इसका कारण यह है कि कंपनी एक अरब सदस्य होने की प्रतीक्षा कर रही है.
इससे पहले कंपनी ने करीब एक साल पहले पचास करोड़ सदस्य होने पर इसकी आधिकारिक घोषणा की थी. इसके बाद से फेसबुक का कारवां लगातार आगे बढ़ रहा है और अब फेसबुक परिवार के सदस्यों की संख्या 75 करोड़ को पार कर गई है. इसी तरह गोल्डमैन सैक की जनवरी में लीक हुई अर्ध सरकारी रिपोर्ट में कहा था कि फेसबुक के सदस्यों की संख्या 60 करोड़ हो गई है.
फेसबुक की लोकप्रियता का आलम यह है कि अमेरिका से लेकर ईरान तक हर जगह लोग इससे जुड़ रहे हैं और एक दूसरे से मित्रता करने तथा विभिन्न तरह के अभियान चलाने के लिये इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वर्ष 2012 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में सफलता हासिल करने के लिये फेसबुक पर चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया है जबकि ट्यूनीशिया, यमन, लीबिया और सीरिया में चल रहे जन विद्रोह में भी फेसबुक का जमकर इस्तेमाल किया गया. इस बीच टाइम मैगजीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक के लिये परेशानी के कुछ चिन्ह नजर आ रहे हैं. यह समस्या विशेष रूप से उन देशों में आ रही है जहां लोग तेजी से सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट अपना रहे हैं.
टाइम ने फेसबुक की एक अंदरूनी रिपोर्ट के हवाले से बताया कि अमेरिका में मई में सक्रिय सदस्यों की संख्या में गिरावट आई है.