जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही दो साल की बच्ची फलक की जीवन रक्षक प्रणाली हटा ली गई है. वैसे उसकी हालत अब भी गम्भीर बनी हुई है और वह अचेतावस्था में है.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. एम्स ट्रॉम सेंटर में न्यूरोसर्जरी के सहायक प्रोफेसर दीपक अग्रवाल ने बताया, 'उसकी हालत में मामूली सुधार है. हमने उसे शुक्रवार सुबह वेंटीलेटर हटा दिया.' उन्होंने कहा, 'उसके खून की जांच में पता चला है कि संक्रमण पर दवाएं असर कर रही हैं.'
वैसे उन्होंने यह भी कहा कि फलक की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है. उन्होंने कहा, 'वह अब भी अचेतावस्था में है और उसकी हालत लगातार गम्भीर बनी हुई है. हम उसकी चिकित्सा रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.'
फलक को 18 जनवरी को 14 वर्षीया किशोरी एम्स लाई थी. उस वक्त बच्ची के पूरे चेहरे पर दांत से काटने के निशान थे और उसके सिर पर कई चोटें थीं. बाद में किशोरी को किशोरगृह में भेज दिया गया. फलक की छाती, मस्तिष्क व खून में संक्रमण है और उसे नली के जरिए भोजन दिया जा रहा है. मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.