केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने रुपये के तेजी से हो रहे अवमूल्यन को लेकर चिंता प्रकट की और कहा कि केंद्र सरकार इस मुद्दे के समाधान की कोशिश कर रही है. मुखर्जी ने कहा कि यह गम्भीर चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा कि हम इस पर नजर बनाए हुए हैं. केंद्र सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी नहीं है. हम (इसका) समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं.
मुखर्जी ने रुपये में गिरावट के लिए यूरोपीय संघ के संकट को जिम्मेदार बताया और कहा कि ब्राजील जैसी उभरती अर्थव्यवस्था भी ऐसी ही समस्या से गुजर रही है. रुपये का मूल्य अभी डॉलर के मुकाबले 54.42 पर है.