चिली की खान में पिछले 10 सप्ताह से फंसे 33 खनिकों में से पहले व्यक्ति को आज सुरक्षित निकाले जाने के बाद जश्न का माहौल है और इसे अभूतपूर्व बचाव अभियान माना जा रहा है.
इस्पात से बने यंत्र के जरिये जैसे ही 31 वर्षीय फ्लोरेंसियो एवालोस नामक खनिक ने 69 दिनों बाद खान से निकल कर बाहर कदम रखा वैसे ही आकाश रौशनी से नहा उठा. खान से निकाले गए पहले एवालोस का स्वास्थ ठीक प्रतीत हो रहा था. खान से निकाले जाने के बाद एवालोस का उसके परिवार वालों ने स्वागत किया और चिली के राष्ट्रपति सेबेस्टीयन पिनेरा ने गले लगाकर अभिनंदन किया.
खनिक को निकालने के कार्य का पूरी दुनिया में सीधा प्रसारण किया गया और लोगों ने एक खनिक को सुरक्षित निकाले जाने पर हर्ष प्रकट किया.
खान से निकलने के बाद एवालोस का चिकित्सा परीक्षण करने के लिए अस्पतान ले जाया गया. दो महीने के नाटकीय घटनाक्रम के बाद एवालोस को बाहर निकाला गया जिनके साथ 33 खनिक फंसे हुए थे तथा जीवन और मौत से जद्दोजहद कर रहे थे.
बचाव अभियान के दौरान सुदूर क्षेत्र में स्थिति सोने और तांबे के खान में फंसे लोगों के सैकड़ों रिश्तेदार शिविर में ब्रेसब्री से उनके निकलने का इंतजार कर रहे हैं.
टीवी पर सीधा प्रसारण देख रहे एवालोस के रिश्तेदारों ने उनके बाहर निकलने पर तालियां बजाकर स्वागत किया. उनके पिता, बेटी और पत्नी ने गले लगाकर उनका स्वागत किया. एवालोस की आंखें खुशी ने नम हो गई थी और शब्द उनकी जुबान से नहीं निकल रहे थे.
खुशी और आश्चर्य की मिलीजुली भावना के बीच एवालोस ने केवल इतना कहा, ‘यह काफी खुशी का अवसर है. मैं काफी खुश हूं.’ बचाव अभियान के दौरान सैकड़ों की संख्या में पत्रकार वहां एकत्रित थे और इस ऐतिहासिक अभियान के क्षणों को कैद कर लेना चाहते थे. खनिकों के परिवार के सदस्य राहत और भय के माहौल में मीडिया के बीच फंस गए थे.{mospagebreak}
चिली के टेलीविजन पर संवाददाता एनिमेशन के माध्यम से कहानियां गढ़ कर इस अभियान की व्याख्या कर रहे हैं. खान में फंसे 33 खनिकों में 32 चिली के और एक बोलिविया का नागरिक है. वे इस खान में पांच अगस्त से फंसे हुए हैं जब इसका उपरी हिस्सा धंस गया था.
इसके बाद यंत्र के माध्यम से खान में फंसे अन्य खनिकों को भी निकाया जायेगा और यह प्रक्रिया दो दिनों में पूरी होगी.
लगभग 600 मीटर गहरी खान में पिछले 68 दिनों तक फंसे रहने के बाद एवालोस का सुरक्षित बाहर निकाला जाना एक नया रिकार्ड है और कठिन परिस्थतियों में मानव के संघर्ष करने की उत्कंठा का परिचायक है.
अब यंत्र के माध्यम से खान में फंसे अन्य खनिकों को भी निकाया जायेगा और यह प्रक्रिया दो दिनों में पूरी होगी.
चिली के खान में फंसे खनिकों के लिए शुरू के 17 दिन काफी कठिनाइयों वाले रहे जब उनका बाहरी दुनिया से कोई सम्पर्क नहीं था और काफी लोग मानने लगे थे कि उनकी मौत हो चुकी होगी. लेकिन खुदाई करने पर इनके जीवित बचे होने की अभूतपूर्व जानकारी प्राप्त हुई. इन्होंने अपने पास उपलब्ध भोजन और जल का किफायती उपयोग कर इस अवधि में अपने को बचाये रखा . खान के अंदर इन्होंने एक आपातकालीन आश्रय स्थल में शरण ली थी.
बहरहाल, खान की लगातार खुदाई के बाद विशेष तौर पर तैयार किये गए इस्पात के यंत्र की मदद से एवालोस को बाहर निकाला गया. इसके बाद उसके भाई रेनान फिर इलेक्ट्रिकल विशेषज्ञ मारियो सिपुलवेडा, फिर 52 वर्षीय जुआन इलानेस और तब बोलिविया के नागरिक कालरेस मामानी को निकाला जा रहा है.
आक्सीजन माक्स और अन्य संचार उपकरणों से लैस प्रत्येक खनिक को पिछले सप्ताह बनाये गए संकरे मार्ग से धीरे धीरे सतह पर लाया जा रहा है.
एफिल टावर से दोगुणी उंचाई को पार करने में करीब 15 मिनट का समय लग रहा है. 20 मिनट में एक बार फिर यंत्र को नीचे भेजा जायेगा और फिर दूसरे खनिक को निकाला जायेगा. इस प्रकार से एक खनिक को बाहर निकालने में करीब एक घंटे का समय लगने का अनुमान है.