कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सहित भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ियों ने सचिन तेंदुलकर के लिये विश्व कप जीतने की भावनाएं व्यक्त की थी लेकिन पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि टीम को इससे अपना ध्यान नहीं बंटाना चाहिए.
भारत की विश्व चैंपियन टीम के सदस्य रहे सैयद किरमानी ने कहा, ‘भारतीय टीम यदि सचिन को विश्व कप समर्पित करती है तो यह उनकी तरफ से बहुत बड़ा आदर होगा लेकिन उनका ध्यान नहीं बंटना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘टीम का ध्यान सचिन पर नहीं बल्कि विश्व कप पर होना चाहिए. उन्हें देश की तरफ से खेलना अपना लक्ष्य रखना होगा. आप सचिन या धोनी के लिये नहीं खेलते हो. आप देश के लिये खेलते हो.’
भारतीय कप्तान धोनी, गौतम गंभीर और विराट कोहली उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने तेंदुलकर के लिये विश्व कप जीतने की बात कही थी.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और 2007 की विश्व ट्वेंटी-20 चैंपियन टीम के कोच रहे लालचंद राजपूत ने कहा कि विश्व कप जीतने से पहले इस तरह की भावनाएं व्यक्त करना सही नहीं है. उन्होंने कहा, ‘ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए थी. विश्व कप जीतने के बाद वे उसे समर्पित कर सकते हैं लेकिन अभी सभी का ध्यान विश्व कप जीतने पर होना चाहिए.
पूर्व कप्तान अजित वाडेकर ने हालांकि कहा कि इस तरह की बातों से खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिल सकती है. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इससे ध्यान बंटेगा. इससे पता चलता है कि हमारी टीम जीत के प्रति कितनी आश्वस्त है. सचिन महान खिलाड़ी है और वे उसके सहारे अपना आत्मविश्वास बढ़ा रहे हैं. आस्ट्रेलियाई ऐसा ही करते रहे हैं. वे अच्छे और सकारात्मक रवैये के साथ टूर्नामेंट में उतरते हैं.’
पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी इससे पहले कहा था कि विश्व कप केवल सचिन के लिये ही नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘सचिन ही केवल अकेला क्रिकेट नहीं खेल रहा है. यह भारतीय टीम खेल रही है. जीतना जितना महत्वपूर्ण उनके लिये है, उतना ही महत्वपूर्ण दूसरों के लिये भी है. हां वह महान खिलाड़ी है लेकिन उन्हें टीम से ऊपर रखकर आप टीम के बाकी 14 खिलाड़ियों का अपमान कर रहे हैं.’