देश का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2011 को समाप्त एक महीने में 10.5 अरब डॉलर घट गया. इसका मुख्य कारण मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव रोकने के लिये केंद्रीय बैंक का नीतिगत हस्तक्षेप था.
रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार प्रबंधन पर अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘विदेशी मुद्रा भंडार मार्च 2011 में 304.8 अरब डॉलर था. अगस्त 2011 के अंत में 322.0 अरब डालर हो गया था. लेकिन उसके बाद यह सितंबर 2011 के अंत में घटकर 311.5 अरब डॉलर पर आ गया.’
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका मुख्य कारण उतार-चढ़ाव रोकने के लिये केंद्रीय बैंक का मुद्रा बाजार में नीतिगत हस्तक्षेप था.