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अन्‍ना पर संघ के साथ रिश्‍तों के आरोप

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे का संघ प्रचारक नानाजी देशमुख से रिश्ते थे. एक हिंदी समाचार पत्र ने यह खुलासा किया है. इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने अन्ना से सफाई मांगी है.

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अन्ना हजारे
अन्ना हजारे

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भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे का संघ प्रचारक नानाजी देशमुख से रिश्ते थे. एक हिंदी समाचार पत्र ने यह खुलासा किया है. इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने अन्ना से सफाई मांगी है.

अखबार के मुताबिक अन्ना हजारे आरएसएस के बेहद सम्मानित प्रचारक और विचारक नानाजी देशमुख के चिंतन और काम से प्रभावित थे. नानाजी की सलाह पर संघ की शाखाओं में अन्ना का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता था. अखबार के मुताबिक अपने सामाजिक जीवन के शुरुआती दिनों में हजारे खुद नानाजी देशमुख के ग्रामोदय आंदोलन से बेहद प्रभावित थे.

अखबार लिखता है कि सेना की नौकरी छोड़ने के बाद अन्ना ने जयप्रकाश आंदोलन से प्रभावित होकर अपना सामाजिक जीवन शुरू किया,लेकिन जब नानाजी देशमुख ने राजनीति छोड़कर ग्रामोदय आंदोलन शुरू किया और अस्सी के दशक में वह उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के गांवों में अपने सामाजिक प्रयोग कर रहे थे, तब अन्ना हजारे अक्सर उनसे मिलते रहते थे और वह गोंडा भी गए थे.

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नानाजी देशमुख ने चित्रकूट में ग्रामोदय का जो प्रयोग शुरू किया, हजारे वहां भी गए और रहे थे. नानाजी ने अपने कार्यकर्ताओं का एक दल हजारे के गांव रालेगण सिद्धी भी भेजा था. अखबार ने सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक प्रभात कुमार पंत के हवाले से लिखा है कि एक बार वह नाना जी देशमुख से उनके चिंतन और उसके प्रयोग पर बात करने के लिए गए तो नानाजी ने अन्ना हजारे की बेहद तारीफ की बल्कि यह भी कहा कि हजारे ने उनकी सोच को सही अर्थों में जमीन पर उतारा है.

दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने इस खबर पर अन्ना से सफाई मांगी है. उन्होंने कहा है कि अन्ना को चाहिए की वो इस पर सफाई दें और बताएं कि आखिर मामला क्या है?

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