पश्चिमी देशों की पाबंदियों में सख्ती आने के बावजूद ईरान ने आज तेहरान के एक रिएक्टर में ईधन की छड़ें स्थापित कर दिया और साथ ही छह यूरोपीय देशों को तेल के निर्यात में कटौती करने का एलान किया.
सरकारी टीवी पर ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने कहा, ‘लगभग 6,000 सेंट्रीफ्यूज काम रहे हैं. 3,000 और सेंट्रीफ्यूज लगाए गए हैं. अब कुल 9,000 सेंट्रीफ्यूज हो गए हैं.’ सरकारी संवाद समिति इरना ने कहा कि राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने उत्तरी तेहरान में स्थित संयत्र में स्वदेश निर्मित पहली परमाणु ईधन छड़ें लगायी . ये छड़ें ईरान में ही बनाई गई हैं.
सरकारी टेलीविजन ने आज के समारोह का सीधा प्रसारण किया जिसमें दिखाया गया कि विशेषज्ञ अहमदीनेजाद को प्रक्रिया समझा रहे हैं .
यह घटनाक्रम ऐसे वक्त सामने आया है जब ईरान ने कहा है कि उसने नीदरलैन्ड फ्रांस इटली स्पेन यूनान और पुर्तगाल को अपने तेल निर्यात में कटौती की योजना बना रहा है.
छड़ें लगाए जाने के मौके पर अहमदीनेजाद ने पश्चिमी देशों पर ‘दोहरा रवैया’ रखने का आरोप मढ़ते हुए कहा कि ये देश परमाणु हथियारों से जुड़े भंडारों को बढ़ा रहे हैं और दूसरों को इस बारे में उपदेश दे रहे हैं. पश्चिमी देशों की तमाम आलोचनाओं के बीच अहमदीनेजाद ने कुछ विशेष दवाओं को भी देश के नाम किया. ईरानी विशेषज्ञों द्वारा तैयार इन दवाओं का इस्तेमाल कैंसर जैसी घातक बीमारी के उपचार में किया जा सकेगा.
अमेरिका और पश्चिमी देश ईरान पर परमाणु कार्यक्रम के जरिए विनाशकारी हथियार विकसित करने का आरोप लगाते रहे हैं, तेहरान इसका खंडन करता रहा है. उसका कहना है कि उसका कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है.