पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ ने कहा है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच दोबारा शुरू करने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को न मानकर प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी न सिर्फ न्यायपालिका का अपमान किया है बल्कि अपनी गरिमा को भी ठेस पहुंचायी है.
शरीफ ने जियो न्यूज से कहा, 'नया प्रधानमंत्री कौन बनेगा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, उसे पत्र (स्विस सरकार को जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले शुरू करने के लिए) लिखना ही होगा.'
शरीफ ने कहा कि मौजूदा सरकार अगर सत्ता में बनी रही तो यह मुल्क की तबाही का उचित नुस्खा साबित होगी. उन्होंने कहा कि देश में फौरन आम चुनाव कराए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने क्या एक भी काम ऐसा किया जिसकी वजह से उसके सत्ता में बने रहने को उचित ठहराया जाए.
पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को गिलानी को प्रधानमंत्री एवं सांसद पद के अयोग्य करार दे दिया था. इससे पहले उन्हें गत 26 अप्रैल को न्यायालय की अवमानना का दोषी ठहराया गया था.