गोवा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के चुनावी भाषण के दौरान तकनीकी खराबी आ गई जिससे उन्हें करीब आधे घंटे तक मंच पर बैठना पड़ा जिसके बाद समस्या का समाधान हो सका.
गोवा में तीन मार्च को होने वाले विधानसभा के लिए बुधवार को खत्म होने वाले प्रचार अभियान से पहले कांग्रेस की ओर से यह अंतिम बड़ी रैली थी.
मनमोहन सिंह ने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस गोवा का विकास चाहती है लेकिन पर्यावरण की कीमत पर नहीं. चुनाव में पर्यावरण मुख्य मुद्दा बन गया है.
महज दो मिनट के भाषण में सिंह को वहां उपस्थित करीब 30 हजार जनता नहीं सुन पाई क्योंकि लाउडस्पीकर में खराबी आ गई थी.
गोवा कांग्रेस के प्रमुख सुभाष शिरोडकर ने कहा कि यह मानवीय गलती नहीं थी, ‘बल्कि हम अब भी जांच कर रहे हैं कि क्या गलत हुआ. हमें देखना होगा कि क्या कोई कार्रवाई करने की जरूरत है या नहीं.’
सखालिम में प्रधानमंत्री के भाषण के बीच में लाउडस्पीकर में खराबी आ गई. खराबी आने के कुछ समय बाद तक सिंह भाषण देते रहे और फिर उन्हें अहसास हुआ कि लोग उनको नहीं सुन पा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘नये तटीय विनियमन जोन अधिसूचना में केंद्र सरकार ने गोवा की चिंताओं का समाधान किया है.’
माइक में खराबी आने के दौरान आधे घंटे तक सिंह मंच पर मौजूद राकांपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल से बात करते रहे. मंच पर गोवा के मुख्यमंत्री दिगंबर कामत भी मौजूद थे.